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होटल के कमरों में वक्त... एडिलेड में हारी टीम इंडिया, गावस्कर ने बताया कैसे करेंगे वापसी

एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया बुरी तरह हारी. और इस हार के बाद इनकी खूब आलोचना हो रही है. ऐसे में लेजेंडरी सुनील गावस्कर ने इन्हें बताया है कि बचे हुए टेस्ट्स में कैसे वापसी करनी है.

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टीम इंडिया से कड़ी मेहनत की उम्मीद कर रहे हैं सुनील गावस्कर (AP File)

पर्थ में 295 रन की जीत फिर एडिलेड में दस विकेट की हार. बीते कुछ दिनों में इंडियन क्रिकेट टीम ने हाई और लो, दोनों देख लिए हैं. पांच मैच की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी 1-1 से बराबर है. और दूसरे टेस्ट के बाद, लेजेंड सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को अहम सलाह दी है.

गावस्कर ने रोहित शर्मा और टीम इंडिया को स्पष्ट कहा है कि पिंक बोल टेस्ट जल्दी खत्म होने के बाद ये लोग होटल के कमरों में वक्त ना बर्बाद करें. गावस्कर की सलाह है कि टीम इंडिया इन दो दिनों में खूब मेहनत कर, तीसरे टेस्ट में वापसी की तैयारी करे. ऑफ़िशल ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए गावस्कर बोले,

'बची हुए सीरीज़ को तीन मैच की टेस्ट सीरीज़ के रूप में देखिए. भूल जाइए कि ये पांच टेस्ट की सीरीज़ थी. मैं चाहूंगा कि ये इंडियन टीम बचे हुए कुछ दिनों का इस्तेमाल जमकर प्रैक्टिस के लिए करे. ये बहुत महत्वपूर्ण है. आप अपने होटल रूम में बैठे नहीं रह सकते, टहलते-घूमते वक्त नहीं बिता सकते, क्योंकि आप यहां क्रिकेट खेलने आए हैं.

आपको पूरे दिन प्रैक्टिस करने की जरूरत नहीं है. आप सुबह या दोपहर, जो भी वक्त समझ आए उसमें प्रैक्टिस कर सकते हैं. लेकिन इन दिनों को बर्बाद ना करिए. अगर टेस्ट मैच पांच दिन चलता, तो आप पांचों दिन खेल रहे होते.'

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सीरीज़ का तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से शुरू होगा. गावस्कर चाहते हैं कि भारतीय टीम इस बीच बच रहे वक्त का इस्तेमाल अपनी रिदम वापस पाने में करे. उन्होंने कहा,

'आपको उस वक्त का इस्तेमाल अपनी रिदम वापस पाने में करना होगा. क्योंकि आपने रन नहीं बनाए. आपके बोलर्स को रिदम नहीं मिली. बाक़ी लोग भी हैं जिन्हें ट्रेनिंग की जरूरत है.'

गावस्कर ने ये भी कहा कि उन्हें ऑप्शनल ट्रेनिंग वाली चीजें समझ नहीं आतीं. गावस्कर ने मुताबिक ट्रेनिंग का फैसला पूरी तरह से कैप्टन और कोच का होना चाहिए, ना कि प्लेयर्स का. वह बोले,

'ऑप्शनल प्रैक्टिस सेशन जैसी चीज में मुझे यक़ीन नहीं है. ऑप्शनल ट्रेनिंग का फैसला कप्तान और कोच का होना चाहिए. कोच को ये बातें कहनी चाहिए- तुमने 150 मारे हैं, तुम्हें प्रैक्टिस पर आने की जरूरत नहीं है, तुमने मैच में 40 ओवर डाले, तुम प्रैक्टिस पर मत आओ. प्लेयर्स को खुद ये ऑप्शन नहीं मिलना चाहिए.

अगर आप प्लेयर्स को ये ऑप्शन देंगे तो उनमें से ज्यादातर, खासतौर पर वो जिनकी टीम में जगह पक्की है. वो कहेंगे- मैं तो अपने कमरे में ही रहूंगा. और भारतीय क्रिकेट को अभी इसकी जरूरत नहीं है. भारतीय क्रिकेट को ऐसे लोग चाहिए, जो अपने लक्ष्य के लिए पूरी तरह से समर्पित हों. भारत के लिए खेलना गर्व और विशेषाधिकार की बात है.'

गावस्कर ने तो पूरे टूर के दिनों की गिनती कर डाली. और बताया कि टीम के पास प्रैक्टिस के लिए कितना वक्त है. सनी पाजी बोले,

'मैंने गिना कि वह यहां पर कितने दिन के लिए हैं. टीम ऑस्ट्रेलिया में पूरे 57 दिन रहेगी. इन 57 में अगर आप पांच मैच गिन लें, तो आपको 32 खाली दिन मिलते हैं. दो दिन पीएम XI के साथ मैच के निकल गए. अब बचे 30 दिन, ये उनके छुट्टी वाले दिन हैं. पर्थ में उन्हें एक एक्स्ट्रा ऑफ़ मिला, दो एडिलेड में मिल गए. मेरी उनसे विनती है कि प्लीज़ आइए और प्रैक्टिस करिए.'

हालांकि गावस्कर ने कुछ प्लेयर्स को इस प्रैक्टिस से छूट भी दी. उन्होंने जसप्रीत बुमराह, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को अनुभवी बताते हुए, उन्हें छूट की बात कही. लेकिन बाक़ियों के बारे में गावस्कर की राय स्पष्ट है. सबको जमकर प्रैक्टिस करनी चाहिए. गावस्कर बोले,

'बुमराह को प्रैक्टिस की जरूरत नहीं है. अगर रोहित और विराट प्रैक्टिस ना करें, चलेगा. क्योंकि ये अनुभवी प्लेयर्स हैं. लेकिन बाक़ियों को प्रैक्टिस करनी चाहिए.'

बता दें कि एडिलेड टेस्ट खत्म होने के बाद पूर्व कप्तान विराट कोहली को तुरंत प्रैक्टिस करते देखा गया था. रिपोर्ट्स का दावा है कि इस बात से गावस्कर खूब खुश थे. उन्होंने विराट की तारीफ़ भी की.

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