ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में बल्ला भांजते उमेश यादव. उमेश छह रन ही बना सके. (फोटो- PTI)
लेखक आनंद रंगनाथन ने 18 दिसंबर को एक ट्वीट किया -
"टीम इंडिया वाकई में काफी विकसित हो गई है. इनकी कोई 'पूंछ' नहीं है."
इस ट्वीट का मतलब समझाते हैं. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की. सीधे 81वें ओवर की बात करते हैं, जब टीम का पांचवां विकेट गिरा. स्कोर था 196 रन और आउट हुए उपकप्तान अजिंक्य रहाणे. उम्मीद थी कि आख़िरी पांच मिलकर 100 रन तो जोड़ ही लेंगे. टीम का स्कोर 300 के अल्ले-पल्ले पहुंच जाएगा. उम्मीद लाज़िमी भी थी. लेकिन उम्मीद करने वाले ये भूल गए कि भारतीय टीम इस साल टेस्ट मैचों में आधी ताकत के साथ ही उतर रही है. टीम का लोअर ऑर्डर तो लगातार फ्लॉप ही हो रहा है. इस मैच में भी यही हुआ. आख़िरी पांच विकेट मिलकर 48 रन ही जोड़ सके. कहां 300 की उम्मीद थी और कहां टीम के 250 भी न बने. 244 पर ऑलआउट. इस पूरे साल टीम इंडिया का लोअर ऑर्डर लगातार फ्लॉप रहा है. आख़िरी पांच बल्लेबाज मिलकर सिर्फ एक बार 50 रन से ज्यादा जोड़ पाए हैं. देखिए इस साल टेस्ट मैचों में टीम इंडिया के आख़िरी पांच बल्लेबाजों ने हर पारी में कितने रन जोड़े.
Vs न्यूज़ीलैंड, वेलिंगटन टेस्ट (पहली पारी) – 63 रन (101/5 – 164/10) Vs न्यूज़ीलैंड, वेलिंगटन टेस्ट (दूसरी पारी) – 43 रन (148/5 – 191/10) Vs न्यूज़ीलैंड, क्राइस्टचर्च टेस्ट (पहली पारी) – 48 रन (194/5 – 242/10) Vs न्यूज़ीलैंड, क्राइस्टचर्च टेस्ट (दूसरी पारी) – 40 रन (84/5 – 124/10) Vs ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड टेस्ट (पहली पारी) – 48 रन (196/5 – 244/10)
आख़िरी के दो-तीन विकेट यानी कि टेलेंडर्स से यूं भी कोई अर्धशतक की उम्मीद नहीं करता है. लेकिन अगर ये बल्लेबाज 15-20 रन की उपयोगी पारियां भी खेल जाएं, तो टीम को 50 से 60 रन मिलते हैं, जो काफी अहम हो सकते हैं. टीम इंडिया के मौजूदा बॉटम-3 में से टेस्ट में सबसे ज़्यादा बैटिंग एवरेज उमेश यादव का है. 11.33 का. फिर शमी का एवरेज है 11.29 का और जसप्रीत बुमराह का 2.90 का. यानी किसी का भी टेस्ट में बैटिंग औसत 15 रन का भी नहीं है. ये कमी टीम पर काफी भारी पड़ रही है और मिडल ऑर्डर पर दबाव बढ़ रहा है. टीम इंडिया की टेल का बल्लेबाजी में ये बुरा हाल देखकर आप आनंद रंगनाथन के ट्वीट का मतलब भी समझ ही गए होंगे.