जिस घड़ी का हर क्रिकेट फैन इंतज़ार कर रहा था, वो आ गयी है. भारत और पाकिस्तान की टीम आज वर्ल्ड कप में एक दूसरे के आमने सामने होंगी. ये मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. मैच से पहले भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने पाकिस्तान गेंदबाज़ शाहीन अफरीदी को भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है. आईसीसी से बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि रोहित शर्मा एंड टीम के लिए इस मैच में सबसे बड़ी समस्या शाहीन ही हैं.
INDvsPAK: मैच से पहले रवि शास्त्री ने किस खिलाड़ी को बताया भारत के लिए बड़ा खतरा?
भारत और पाकिस्तान वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप में 7 बार एक दूसरे से भिड़ चुके हैं. सभी मैचों में भारत विजयी रहा है.

शाहीन अफ़रीदी का प्रदर्शन भारतीय बल्लेबाजों के सामने शानदार रहा है. लेकिन इस टूर्नामेंट में अब तक शाहीन कुछ खास नहीं कर पाए हैं. वर्ल्ड कप के 2 मैच में अब तक 2 विकेट लिए हैं. उनकी इकनॉमी 6.43 है.
ICC से बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा,
"मुझे लगता है कि शाहीन अफ़रीदी भारतीय बल्लेबाजों के सामने सबसे मुश्किल चुनौती होंगे. ये भारतीय टीम का सबसे बड़ा चैलेन्ज होगा. जो भी जीते, पर ये मैच आने वाले समय में क्रिकेट की दिशा तय करेगा. इसी तरह अगर पाकिस्तान के नज़रिए से देखें तो वह टॉप पर रहेगा. आप चाहते हैं कि पाकिस्तानी कप्तान धमाकेदार बैटिंग करें. बाबर आज़म का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से अच्छा नहीं रहा है, पर अगर वह आक्रामक रुख अपनाते हैं और बहुत जल्द 80-100 तक का स्कोर करते हैं, तो एक कप्तान के रूप में उनका काम आसान हो जाएगा."
रवि शास्त्री ने आगे भारतीय बोलर्स जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की भी तारीफ की. शास्त्री ने कहा कि ये दोनों खिलाड़ी टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं.
शास्त्री कहते हैं,
"मुझे लगता है बुमराह और सिराज टीम के लिए एक्स-फैक्टर हैं. अगर बुमराह अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो ये काफी रोमांचक होगा. और जहां तक सिराज की बात है, मुझे लगता है कि वो विश्व के सबसे अच्छे बोलर्स में से हैं. गेंद के साथ वो शानदार चीजें कर सकते हैं जो उनके अंदर नेचुरल है. वो स्विंग कर सकते हैं, सीम करा सकते हैं. अगर ये दोनों खिलाड़ी चलते हैं तो ये मैच काफ़ी दिलचस्प होगा."
वर्ल्ड कप के इतिहास की बात करें तो भारत और पाकिस्तान वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप में 7 बार एक दूसरे से भिड़ चुके हैं. इसमें सभी मैचों में भारत विजयी रहा है. भारतीय टीम इस रिकॉर्ड को निश्चित रूप से बरकरार रखना चाहेगी.