स्विच हिट ग्लेन मैक्सवेल का फेवरेट शॉट, इस शॉट पर पहले भी कई दिग्गज सवाल उठा चुके हैं. फोटो: AP/India Today
भारत-ऑस्ट्रेलिया का तीसरा वनडे मुकाबला टीम इंडिया ने 13 रनों से जीता. जिसके चलते भारत सीरीज़ में क्लीनस्वीप होने से बच गया. इस मुकाबले में भारत और जीत के बीच ग्लेन मैक्सवेल आखिर तक डटे रहे. लेकिन जसप्रीत बुमराह ने उन्हें बोल्ड कर मैच भारत के खाते में डलवा दिया. भारत के खिलाफ इस मैच में ग्लेन मैक्सवेल ने एक 100 मीटर लंबा छक्का मारा. जिसपर अब बहस छिड़ गई है. मैक्सवेल के इस फेवरेट 'स्विचहिट' शॉट पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल ने सवाल उठाए हैं. चैपल को लगता है कि ये शॉट बिल्कुल भी जायज़ नहीं है.
क्या है स्विचहिट, पहले आपको ये बताते हैं? स्विचहिट शॉट में गेंद फेंके जाने के बाद एक दाएं हाथ का बल्लेबाज़ अपनी पोज़ीशन बदलकर बिल्कुल बाएं हाथ के बल्लेबाज़ की पोज़ीशन में आ जाता है. और फिर शॉट खेलता है. इस पर चैपल क्या कहते हैं? चैपल को इसी बात पर आपत्ति है कि जब गेंदबाज़ को अपना छोर बदलने से पहले अंपायर से अनुमति लेनी होती है. तो फिर बल्लेबाज़ अंपायर को बिना बताए बल्लेबाज़ी करने का तरीका कैसे बदल सकता है? चैपल ने वाइड वर्ल्ड स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा,
''स्विच हिट एक कला है, कुछ खिलाड़ी इसमें बहुत ज़्यादा निपुण हैं. लेकिन ये जायज़ नहीं है. खेल एकतरफा कैसे हो सकता है? उदाहरण के तौर पर एक गेंदबाज़ को गेंदबाज़ी करने से पहले अंपायर को बताना होता है कि वो कैसे और किस छोर से गेंदबाज़ी करेगा. वहीं दूसरी तरफ एक बल्लेबाज़ है. जो कि शुरुआत में दाएं हाथ से खेल रहा है, जिसके लिए कप्तान ने फील्डिंग भी सेट की है. लेकिन गेंद फेंकने से ठीक पहले बल्लेबाज़ बाएं हाथ से खेलने लगता है.''
चैपल ने इस बातचीत में आगे कहा,
''जब बल्लेबाज़ दाएं से बाएं हाथ का बनता है तो उसे फील्डिंग एडवांटेज मिलता है. मैं उन नियम बनाने बनाने वालों को प्यार पहुंचाना चाहूंगा, जिन्होंने इस नियम को बनाया है. मैं चाहूंगा कि वो मुझे समझाएं कि ये कैसे जायज़ है.''
अब सुनिए मैक्सवेल का जवाब: भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरे वनडे में 43वें ओवर में मैक्सवेल ने कुलदीप यादव की गेंद पर स्विचहिट शॉट खेला था. मैच के बाद मैक्सवेल ने इस पर कहा,
''ये नियमों के अंदर है, पिछले कई सालों में बल्लेबाज़ी पूरी तरह से बदल गई है. जिसकी वजह से हम इतने बड़े-बड़े स्कोर चेज़ होते देख पा रहे हैं. ये गेंदबाज़ों पर है कि वो नए-नए प्रयोग करें, क्योंकि गेंदबाज़ों की हर दिन नई परीक्षा ली जा रही है. बल्लेबाज़ों को रोकने से अच्छा है वो खेल में कुछ नए बदलाव लेकर आएं.''
मैक्सवेल ने साथ ही कहा,
''मुझे लगता है जिस तरह से बल्लेबाज़ बदलाव कर रहे हैं, उसी तरह से गेंदबाज़ों ने भी नए प्रयोग किए हैं. हम देखते हैं कि गेंदबाज़ नकल बॉल या फिर वाइड यॉर्कर्स फेंकते हैं. मैं इसे बदलते हुए खेल की तरह देखता हूं.''
मैक्सवेल ने तीसरे वनडे में 38 गेंदों पर 59 रनों की पारी खेली. जिससे ऑस्ट्रेलिया लक्ष्य के बहुत पास पहुंच गया था. हालांकि, जसप्रीत बुमराह ने उन्हें आउट कर दिया और टीम इंडिया को क्लीन स्वीप से बचा लिया.