शुभमन गिल. फोटो: AP
शुभमन गिल ने अपने टेस्ट करियर की सिर्फ पहली पारी खेली है. लेकिन उनके बल्ले के प्रदर्शन से क्रिकेट के जानकार बहुत ज़्यादा खुश नज़र आ रहे हैं. पहले टेस्ट में पृथ्वी शॉ के फ्लॉप शो के बाद शुभमन गिल का टीम में आना और अपनी पहले पारी में ही 45 रन बनाना टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर है. पूर्व पेसर अजीत आगरकर भी शुभमन के बल्ले से खासे प्रभावित हैं. आगरकर को लगता है कि शुभमन गिल को टीम इंडिया में लाने में लगभग दो साल की देरी की गई है. शुभमन गिल ने जब टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू किया है तब फर्स्ट-क्लास क्रिकेट की उनकी एवरेज विनोद कांबली के बाद सबसे बेस्ट है. 23 फर्स्ट-क्लास मैचों में शुभमन ने 2270 रन बनाए हैं. जिसमें उन्होंने 68.78 की औसत से 7 शतक और 11 अर्धशतक बनाए हैं. आगरकर ने सोनी स्पोर्ट्स से बात की और कहा,
''शुभमन को तो दो साल पहले ही मौका दे दिया जाना चाहिए था. वो पूरी तरह से तैयार दिख रहे हैं. आप साफ देख सकते हैं कि उसके पास कितनी क्षमता है.''
शुभमन को चार के स्कोर पर जीवनदान मिला. पेट कमिंस की गेंद पर उनका कैच छूटा और उसके बाद उन्होंने शानदार बल्लेबाज़ी की. आगरकर ने कहा,
''पहले दिन के आखिरी सेशन का वो छोटा सा पीरियड बिल्कुल भी आसान नहीं था. लेकिन उन्होंने हर गेंद का सामना बहुत ज़्यादा विश्वास के साथ किया. हां, उन्हें एक मौका मिला है. जिसमें किस्मत ने भी थोड़ा साथ दिया है, जिसकी आपको कई बार जरूरत भी होती है. उम्मीद है, वह अच्छा खेलेंगे.''
शुभमन गिल ने मैच के दूसरे दिन भी बढ़िया बल्लेबाज़ी की और दूसरे दिन के शुरूआती ओवरों में आउट होने से पहले ज़रूरी रन बनाए. दूसरे टेस्ट का आखिरी अपडेट मिलने तक भारतीय टीम ने पहली पारी के आधार पर 70 रनों से ज़्यादा की बढ़त हासिल कर ली है.