ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ ऐसा क्या किया, जो आखिरी बार 1924 में हुआ था?
साउथ अफ्रीका के बराबर पहुंचा भारत.
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किसी मोबाइल नंबर जैसा दिख रहा है Adelaide Test Scoreboard (एपी फोटो)
साल 1924. साउथ अफ्रीका का टीम इंग्लैंड टूर पर थी. पहला टेस्ट बर्मिंघम में हुआ. साउथ अफ्रीका के कैप्टन हर्बी टेलर ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला किया. इंग्लैंड ने 438 रन बना डाले. इसके बाद साउथ अफ्रीका बैटिंग करने उतरी. आर्थर गिलिगन ने छह और मॉरिस टाटे ने चार विकेट लिए. साउथ अफ्रीका 30 रन पर सिमट गई. जी हां, सिर्फ 30 रन पर. साउथ अफ्रीका का कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया. सबसे ज्यादा 11 रन एक्स्ट्रा के आए. कैप्टन टेलर सात रन के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. इस बात को 96 साल बीत चुके हैं. इस टीम के साथ लोग शायद इनका यह रिकॉर्ड भी भूल गए थे. लेकिन टीम इंडिया ने एडिलेड में ऐसी बैटिंग करी कि लोगों को यह टीम और रिकॉर्ड दोनों याद आ गए.
इसके बाद भारत का सातवां विकेट गिरा 19वें ओवर में. ऋद्धिमान साहा चार रन बनाकर आउट हुए. अगली ही बॉल पर अश्विन का विकेट गिर गया. 21वें ओवर की पहली बॉल पर हनुमा विहारी जोश हेजलवुड के पांचवे शिकार बने. इसके बाद मोहम्मद शमी एक रन पर रिटायर्ड हर्ट हुए, जबकि उमेश यादव चार रन बनाकर नॉटआउट लौटे. यानी इस मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने 4,9,2,0,4,0,8,4,0,4,1 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया के बोलर्स ने 21.2 ओवर्स बॉलिंग करी और एक भी एक्स्ट्रा रन नहीं दिया. इस तरह टेस्ट इतिहास में सिर्फ दूसरी बार किसी टीम का एक भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया.
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