भारत और साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच कोलकाता टेस्ट मैच के लिए आईसीसी ने पिच रेटिंग सार्वजनिक कर दी है. आईसीसी ने नवंबर में खेले गए इस मैच के लिए पिच को 'satisfactory' यानी 'संतोषजनक' रेटिंग दी है. हालांकि तीन दिन में खत्म हुए इस मैच की पिच पर काफी हंगामा हुआ था. फैंस के अलावा दिग्गज खिलाड़ियों ने भी इस पिच की बहुत आलोचना की थी.
जिस पिच को 'खराब' बता गौतम गंभीर को हर तरफ से घेरा गया, उस पर ICC का फैसला आ गया
कोलकाता टेस्ट 14 नवंबर से शुरू हुआ था और तीसरे दिन खत्म हो गया. मैच की चारों पारियों में से एक में भी स्कोर 200 के पार नहीं गया. साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 159 और दूसरी पारी में 153 रन बनाए. वहीं भारत पहली पारी में 189 तो दूसरी पारी में 93 रन बनाकर ऑलआउट हो गया था.
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कोलकाता टेस्ट 14 नवंबर से शुरू हुआ था और तीसरे दिन खत्म हो गया. मैच की चारों पारियों में से एक में भी स्कोर 200 के पार नहीं गया. साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 159 और दूसरी पारी में 153 रन बनाए. वहीं भारत पहली पारी में 189 तो दूसरी पारी में 93 रन बनाकर ऑलआउट हो गया था. टेंबा बवुमा के अलावा कोई भी खिलाड़ी अर्धशतक नहीं लगा सका.
इस मैच के बाद टर्नर रैंक पिच बनवाने के लिए गौतम गंभीर की बहुत आलोचना हुई थी. पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले, चेतेश्वर पुजारा और हरभजन सिंह ने इसे टेस्ट क्रिकेट के लिए सही नहीं बताया. पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने कहा था,
गंभीर ने पिच को माना था संतोषजनकचौथी पारी में वॉशिंगटन सुंदर और टेंबा बावुमा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया. ऐसा लग रहा था कि वे कभी भी आउट हो सकते थे, एक गेंद पर उनका नंबर लिखा था. लेकिन उनका डिफेंस सबसे मज़बूत था. इस विकेट में निश्चित रूप से कुछ खामियां हैं, यह पक्का है. कोई भी टेस्ट मैच जो तीन दिन के अंदर खत्म हो जाता है, उसमें कुछ खामियां ज़रूर होती हैं.
हालांकि गंभीर ने पिच को खराब मानने इनकार कर दिया था. मैच के बाद जब गंभीर से इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
ये पिच बिल्कुल वैसी है जैसा हम चाहते थे. क्यूरेटर बहुत सपोर्टिव थे. मुझे नहीं लगता ये मुश्किल विकेट थी. ये एक ऐसी पिच थी जो आपके मेंटल टफनेस को दर्शाती है. यहां जिन्होंने भी अच्छा डिफेंस किया, उन्होंने यहां रन बनाए. स्किल से ज्यादा, यहां बात है कि आप में प्रेशर को हैंडल करने की कितनी क्षमता है. जब आप टेक्निक, मेंटल टफनेस और टेंपरामेंट को देखते हैं, ऐसी पिच उन्हें टेस्ट करती है. इतने टर्न के बावजूद, ज्यादातर विकेट सीमर्स को मिले. पॉइंट ये है कि आपको टर्न को कैसे खेलना है, ये आना चाहिए. हम जैसा चाहते थे वैसी ही पिच मिली है.
रेटिंग आने के बाद साफ दिख रहा है कि आईसीसी भी गंभीर से सहमत है. उन्हें नहीं लगता कि पिच में कोई कमी थी.
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