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भज्जी ने कोरोना की वैक्सीन का मज़ाक उड़ाया तो लोगों ने क्लास लगा दी!

एक IPS ऑफिसर ने तो कायदे की बात बोल दी.

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हरभजन सिंह. फोटो: Reuters
'क्या हमें सही में वैक्सीन की ज़रूरत है?'
कोविड के मुश्किल वक्त में शायद ही कोई ऐसा होगा जो कहे कि हमें इसकी ज़रूरत नहीं है. लेकिन ये लाइन टीम इंडिया के स्टार हरभजन सिंह ने ट्विटर पर लिखी. इस पर लोगों ने  उनकी क्लास लगा दी. चलिए पहले आपको बताते हैं कि हरभजन सिंह ने ऐसा कहा क्या कि उनका ये ट्वीट वायरल हो गया. भज्जी ने ट्वीट किया, ''फाइजर और बायोटेक वैक्सीन की ऐक्यूरेसी: 94 प्रतिशत मॉडर्ना वैक्सीन की एक्यूरेसी: 94.5 प्रतिशत ऑक्सफर्ड वैक्सीन की एक्यूरेसी: 90 प्रतिशत भारतीयों की रिकवरी रेट (बिना वैक्सीन): 93.6 प्रतिशत क्या हमें सच में वैक्सीन की जरूरत है?'' बस हरभजन सिंह के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल कर दिया. एक यूज़र ने लिखा, ''बेवकूफी भरा ही नहीं ये ट्वीट उन 93.6% लोगों के लिए बेहद निर्दयी है जो इस बीमारी से ठीक हुए हैं. मैं भी इससे पीड़ित होकर नवंबर में अपनी परीक्षा छोड़ने के लिए मजबूर हो गया था. एक मशहूर इंटरनेशनल क्रिकेटर से ऐसी उम्मीद नहीं थी.'' एक यूज़र ने लिखा,
''इस तरह के बेवकूफाना ट्वीट ना करें. अगर किसी प्लेन के क्रेश होने के 5% भी चांस हों तो क्या आप उसमें सफर करेंगे? 93.6% रिकवरी रेट का मतलब है कि 6.4% लोग या तो मर रहे हैं या बहुत ज़्यादा सीरियस हैं. अब आप 140 करोड़ लोगों का 6.4% केलकुलेट कीजिए.''
रुपिन शर्मा नाम के एक आईपीएस ने भी भज्जी के इस ट्वीट पर जवाब दिया. उन्होंने लिखा,
''अगर भारतीय क्रिकेट टीम में सभी खिलाड़ियों के मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड है तो भारत को सभी मैच जीत जीतना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं होता है. आंकड़े मिसलीडिंग हो सकते हैं.''
इनके अलावा बहुत सारे यूज़र्स ने तो हरभजन सिंह को सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट करने की सलाह भी दे डाली. क्योंकि हरभजन सिंह ने बिना सोच विचार के कोविड-19 जैसे गंभीर बीमारी पर ऐसा ट्वीट किया है.

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