चलो अब जंग हो फिर से
चलो अब जंग हो फिर से चलो कुछ हाथ में थामो कि हम तो प्यार थामेंगे भले हथियार तुम थामो
मगर सुन लो चुनौती है खुले तेरे दुकानों में मोहब्बत बस भरेंगे हम तेरे वहसी मकानों में कि हम तो फूट भर देंगे इशक को कूट भर देंगे तुम अपना सच मिटा दोगे जो अपनी झूठ भर देंगे मगर सुन लो मिटाना है नहीं कुछ हमको दुनिया में पुराना घर बसाना है वही फिर हमको दुनिया में जहां मिटटी रहे,खुशबू रहे बादल परिंदा हो कि जिसमें हम भी जिन्दा हो कि जिसमें तुम भी जिन्दा हो
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