साउथ अफ्रीका के महान तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने भारत और भारतीय फैंस की खूब तारीफ़ की है. डेल स्टेन ने कहा है कि भारत उनके दिल के काफी करीब है. भारत में उन्हें रॉकस्टार वाली फीलिंग आती थी. स्टेन ने कहा कि प्रैक्टिस सेशन देखने के लिए भी फैंस बड़ी तादाद में होते थे, और पता नहीं आगे कब वैसा फिर से महसूस कर पाउंगा. आपको बता दें, डेल स्टेन ने बीते दिनों ट्विटर पर संन्यास की घोषणा की थी. 38 साल की उम्र में इस तेज गेंदबाज ने क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. डेल स्टेन इससे पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके थे. लेकिन उन्होंने वनडे और T20 फॉर्मेट से रिटायरमेंट नहीं ली थी. स्टेन की साउथ अफ्रीका टीम में जगह नहीं बन रही थी.
हालांकि, उम्मीद ये भी जताई जा रही थी कि डेल स्टेन T20 विश्वकप खेलकर संन्यास लेंगे. लेकिन ऐसा न हुआ. इंजरी ने स्टेन के करियर पर फुल स्टॉप लगा दिया. डेल स्टेन PSL-6 के पहले हाफ में खेले थे. और उनका प्रदर्शन खराब रहा था. जबकि साल 2019 के IPL में उन्होंने RCB के लिए आखिरी बार खेल दिखाया था. अपनी खतरनाक गेंदबाजी से बड़े-बड़े बल्लेबाजों की गिल्लियां बिखरने वाले स्टेन को IPL के दौरान भी खूब प्यार मिला. यही वजह है कि डेल स्टेन ने संन्यास के बाद भारतीय फैंस की तारीफ में खूब कसीदे पढ़े हैं. साउथ अफ्रीका क्रिकेट मैगजीन से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
"भारत में क्रिकेट को लेकर अलग दीवानगी है. और भारत दिल के काफी करीब है. आप वहां रॉकस्टार जैसा फील करते हैं. आपको हॉलीवुड और बॉलीवुड स्टार जैसा माना जाता है. भारत में क्रिकेट का खूब क्रेज है. आप एयरपोर्ट पर जाते हैं और गजब की भीड़ देखते हैं. आप अभ्यास के लिए भी जाएं तो 10,000 लोग आपको देख रहे होते हैं. अब मुझे संदेह है कि दोबारा वैसा फील शायद कभी जिंदगी में न कर सकूं."
अपने इस इंटरव्यू के दौरान डेल स्टेन ने उन बल्लेबाजों के बारे में भी बताया. जो उन्हें सबसे ज्यादा परेशान करते थे. और आपको जानकर हैरानी होगी कि डेल स्टेन ने पुछल्ले बल्लेबाजों का नाम लिया. बड़े से बड़े बल्लेबाजों पर कहर बरपाने वाले डेल स्टेन निचले क्रम के बल्लेबाजों से परेशान होते थे. स्टेन ने कहा,
"सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग काफी अच्छे बल्लेबाज थे. वे आपके स्किल्स को जानते थे. और कोशिश करते थे कि मेरी गेंद पर आउट न हों. उनके पास सिर्फ एक ही मौका होता था. जबकि मेरे पास उन्हें आउट करने के लिए ओवर में छह मौके होते थे. लेकिन कई बार मैं दुनिया के बेस्ट बल्लेबाजों से परेशान नहीं होता था. क्योंकि वे लोग मेरी गेंदों को इज्जत देते थे. अच्छे से खेलते थे. मुझे चिंता उन बल्लेबाजों से होती थी. जिन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता था कि मैं डेल स्टेन हूं. पुछल्ले बल्लेबाज आते थे. जो डरते हुए भी मेरी बॉलिंग फिगर बर्बाद कर जाते थे."
आपको बता दें, डेल स्टेन ने साउथ अफ्रीका के लिए 93 टेस्ट मैच खेले. लगभग 23 के एवरेज से उन्होंने 439 विकेट चटकाए. इस तेज गेंदबाज ने 125 वनडे मुकाबलों में 196 विकेट चटकाए. जबकि 47 T20 इंटरनेशनल मुकाबलों में 64 विकेट हासिल किये.