2022 कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG2022) में भारतीय पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने गोल्ड (gold medal) मेडल अपने नाम कर लिया है. साक्षी ने 62kg कैटेगरी के फाइनल में कनाडा की ऐना गोन्ज़ालेस को हराया. साक्षी ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था. 2014 में साक्षी के खाते में सिल्वर मेडल आया था. 2016 में साक्षी ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज़ मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं.
रियो 2016 की मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने कॉमनवेल्थ में गदर काट दिया
4-0 से पिछड़ने के बाद विपक्षी को चित कर जीत गईं साक्षी.

कॉमनवेल्थ के क्वार्टरफाइनल में साक्षी ने इंग्लैंड की केल्सी बार्न्स को हराया. साक्षी ने ये मैच 10-0, यानी टेक्निकल सुपीरियरिटी से जीता. सेमीफाइनल में साक्षी का मुकाबला कैमरुन की बर्था गौले से हुआ. ये मैच भी साक्षी ने एकतरफा जीता. साक्षी ने इस मैच में भी 10-0 की बढ़त ले ली और मैच अपने नाम कर लिया.
फाइनल में कनाडा की गोन्ज़ालेस ने साक्षी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया. साक्षी ने पहले सेकंड से ही अटैक करने की कोशिश की, पर उनका दांव उल्टा पड़ गया. कुश्ती में ऐसा कई बार होता है कि अटैक करने वाले को पलटवार झेलना पड़े. और पॉइंट्स गंवाने पड़ें. ऐसा ही कुछ साक्षी के साथ भी हुआ. लेकिन अनुभवी साक्षी ने दो पॉइंट गंवाने का प्रेशर अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया.
पहले हाफ के बाद साक्षी 4-0 से हार रही थी. ब्रेक से लौटने के बाद ये साफ हो गया कि साक्षी मैच जीतने उतरी हैं. उन्होंने एक के बाद एक अटैक कर पहले मैच ड्रॉ किया और फिर पिनफॉल के द्वारा इसे जीत लिया. वो ऐना गोन्ज़ालेस के ऊपर चढ़ गई और उन्हें लॉक कर दिया और तब तक नहीं उतरीं जब तक उन्हें फॉल नहीं मिल गया.
साक्षी से फ़ैन्स को बहुत उम्मीद थी. 2016 ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज़ जीतने के बाद साक्षी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. पूरे देश को गोल्ड कोस्ट की वो तस्वीर याद होगी, जिसमें ब्रॉन्ज़ जीतने का बाद साक्षी के आंखों में आंसू आ गए थे. इसके बाद वो टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाई. यहीं से उन्होंने अपनी वापसी का पहला कदम रखा. साक्षी ने 2016 ओलंपिक्स के मैच की तरह ही एक बार फिर फ़ैन्स को दिखाया, कि उनमें अब भी एक बहुत काबिल रेसलर बचा है.
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