BCCI ने ऑस्ट्रेलिया में मिली करारी हार पर कड़ा एक्शन लेने का फैसला किया है. रिव्यू मीटिंग के दौरान इस हार के दोषी पाए गए लोगों के पर कतरे गए हैं. अब ये लोग टीम इंडिया का ध्यान बहुत देर तक नहीं भटका पाएंगे. BCCI ने प्लेयर्स की पत्नियों, गर्लफ़्रेंड्स और परिवार वालों को ज्यादा वक्त के लिए विदेशी दौरों पर नहीं जाने देने का फैसला किया है.
BCCI ने खोज निकाले ऑस्ट्रेलिया में मिली हार के जिम्मेदार, उठाए ये कड़े कदम!
BCCI ने ऑस्ट्रेलिया में हार के कारण खोज निकाले हैं. पता चला है कि प्लेयर्स का परिवार साथ होने के चलते ये सब हुआ. इसलिए BCCI ने प्लेयर्स के परिवार के लिए कुछ नए नियम बनाए हैं.

अगर कोई विदेशी टूर छह हफ़्तों का है, तो परिवार वाले बस दो हफ़्तों के लिए क्रिकेटर्स के साथ रह सकते हैं. जबकि इससे कम वक्त के दौरे पर यह अवधि एक हफ़्ते की होगी. सोर्सेज़ का ये भी दावा है कि प्लेयर्स के लिए टीम बस में ट्रेवल करना अनिवार्य कर दिया गया है. किसी भी प्लेयर को इस नियम में छूट नहीं मिलेगी. साथ ही अगर किसी प्लेयर के लगेज में ज्यादा सामान हुआ, तो इसका पेमेंट भी प्लेयर को ही करना होगा.
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भारतीय टीम हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ 3-1 से हारकर घर लौटी है. इस सीरीज़ के दौरान ना सिर्फ़ ग्राउंड पर, बल्कि ग्राउंड के बाहर भी भारतीय टीम का हाल बुरा ही रहा. इस दौरान तमाम विवाद हुए. सीनियर प्लेयर रविचंद्रन अश्विन ने बीच टूर संन्यास की घोषणा कर दी. और तुरंत ही वह घर भी लौट आए.
फिर ख़बरें आईं कि टीम का एक सीनियर प्लेयर अंतरिम कप्तान बनने का इच्छुक है. इस प्लेयर को मिस्टर फ़िक्स इट बताया गया. फिर आखिरी टेस्ट से कप्तान रोहित शर्मा ड्रॉप हो गए. कुछ लोगों का दावा था कि उन्हें मैनेजमेंट ने ड्रॉप किया. लेकिन चलते मैच में टीवी पर आए रोहित शर्मा ने जोर देकर कहा कि ये फैसला उनका खुद का था.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जसप्रीत बुमराह और विराट कोहली ने अपने परिवार के साथ यात्राएं की थीं. जबकि बाक़ी टीम एकसाथ ट्रेवल कर रही थी. दावा तो ये भी था कि टीम ने पर्थ की जीत को भी सेलिब्रेट नहीं किया था. तमाम बवाल के बाद टूर खत्म हुआ. और फिर हुआ रिव्यू. इस रिव्यू में फैसला लिया गया कि 45 दिन के टूर्नामेंट में परिवार बस 14 दिन साथ रह सकता है. अगर टूर्नामेंट छोटा हुआ तो परिवार के साथ रहने की लिमिट सात दिन होगी.
पत्नियां पूरे टूर्नामेंट के दौरान साथ नहीं रह सकतीं. साथ ही सारे प्लेयर्स को टीम बस में साथ ट्रेवल करना होगा. अगर किसी प्लेयर का लगेज 150 किलो से ज्यादा हुआ, तो एक्स्ट्रा चार्ज़ उसे खुद भरने होंगे. BCCI ये पैसे नहीं होगा. कोच गौतम गंभीर के मैनेजर को भी अब VIP बॉक्स में एंट्री नहीं मिलेगी. ना ही वह टीम बस में ट्रेवल कर पाएंगे. साथ ही उन्हें अलग होटल में भी रुकना होगा.
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