पर्थ टेस्ट मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया में एशेज (Ashes) टेस्ट सीरीज का एक और टेस्ट दो दिन में खत्म हो गया. मेलबर्न टेस्ट की पिच पर तेज गेंदबाजों को बहुत ज्यादा मूवमेंट मिली और बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए. मैच के पहले ही दिन 20 विकेट गिर गए थे. पर्थ टेस्ट मैच की पिच को 'very good' यानी 'बहुत अच्छी' रेटिंग दी गई थी. सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने मैनेजमेंट को ताना मारा और कहा कि अब मेलबर्न टेस्ट मैच में भी पिच को ऐसी ही कुछ रेटिंग मिल सकती है और ऐसा हुआ तो फैंस को हैरान नहीं होना चाहिए.
मेलबर्न टेस्ट 2 दिन में खत्म हुआ, गावस्कर ने फिर ऑस्ट्रेलिया पर कसा तंज
Ashes Series 2025: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कोलकाता टेस्ट मैच पिच की वजह से काफी चर्चा में था. इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी माइकल वॉन उन विदेशी क्रिकेटर्स में शामिल थे जिन्होंने कोलकाता टेस्ट की पिच पर सवाल उठाए थे. Sunil Gavaskar ने अब ऑस्ट्रेलियाई पिच क्यूरेटर पर तंज किया.


सुनील गावस्कर ने स्टारस्पोर्ट्स के अपने कॉलम में लिखा,
ऑस्ट्रेलिया में एक और टेस्ट मैच दो दिन से भी कम समय में खत्म हो गया. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के सीईओ का कहना है कि यह अच्छा बिजनेस नहीं है, और भारत के लगभग सभी क्रिकेट फैंस मेलबर्न की पिच की क्वालिटी को लेकर बेहद नाराज़ हैं. पर्थ में पहले टेस्ट मैच की पिच को रेफरी रंजन मदुगले द्वारा 'बहुत अच्छी' रेटिंग दिए जाने पर वह हैरान थे.
मेलबर्न से पहले पर्थ टेस्ट मैच भी दो ही दिन में खत्म हो गया था. गावस्कर ने पिच को मिली रेटिंग को लेकर लिखा,
सुनील गावस्कर ने किया तंजमेलबर्न और सिडनी टेस्ट मैचों के लिए नए रेफरी जेफ क्रो हैं, इसलिए रेटिंग अलग हो सकती है. मेलबर्न टेस्ट में 36 विकेट गिरे, जबकि पर्थ में 32, इसलिए क्रो मदुगले द्वारा पर्थ की पिच के लिए दी गई 'बहुत अच्छी' रेटिंग से 'बहुत' शब्द हटाकर एमसीजी की पिच को 'अच्छी' रेटिंग दे सकते हैं.
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कोलकाता टेस्ट मैच पिच की वजह से काफी चर्चा में था. इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी माइकल वॉन उन विदेशी क्रिकेटर्स में शामिल थे जिन्होंने कोलकाता टेस्ट की पिच पर सवाल उठाए थे. गावस्कर ने अब ऑस्ट्रेलियाई पिच क्यूरेटर पर तंज करते हुए कहा,
मैदान के क्यूरेटर, या जैसा कि हमें एमसीजी इनचार्ज ने बताया कि टर्फ डायरेक्टर का काम था. टर्फ डायरेक्टर गलती कर सकते हैं और वह भारत के उन ‘भयानक ग्राउंड्समैन’ जितने चलाक नहीं हैं जो पिच तैयार तक नहीं करते और बल्लेबाजों से रन बनाने की उम्मीद करते हैं. धिक्कार है.
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गावस्कर ने मैच रेफरी के दोहरे मापदंडों की भी आलोचना करते हुए कहा कि अगर बल्लेबाज ज्यादा रन बनाते हैं तो पिच को खराब माना जाता है, और अगर गेंदबाज विकेट लेते हैं तो पिच अच्छी मानी जाती है. गावस्कर ने लिखा
विडंबना यह है कि अगर कोई पिच ऐसी हो जहां ज्यादा विकेट न गिरें लेकिन खूब रन बनें, तो मैच रेफरी अक्सर उसे खराब रेटिंग दे देते हैं. इसलिए, बल्लेबाजों का ढेरों रन बनाना माना नहीं जाता , लेकिन गेंदबाजों का ढेरों विकेट लेना ठीक है, और पिच को अच्छी या बहुत अच्छी रेटिंग दी जानी चाहिए. साफ रूप से, यह अब बल्लेबाजों का खेल नहीं बल्कि गेंदबाजों का खेल रह गया है.
एशेज सीरीज की बात करें तो लगातार तीन मैच हारने के बाद इंग्लैंड ने मेलबर्न टेस्ट में चार विकेट से जीत हासिल की. पहली पारी में 152 रन बनाने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम अपनी दूसरी पारी में 132 रन पर आउट हो गई. इस तरह से उसने इंग्लैंड के सामने 175 रन का लक्ष्य रखा. पहली पारी में 110 रन पर आउट होने वाले ने इंग्लैंड ने छह विकेट पर 178 रन बनाए और मैच अपने नाम किया. हालांकि इंग्लैंड सीरीज गंवा चुकी है. एशेज का आखिरी टेस्ट मैच 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा.
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