आपको पता है हमारा शरीर पर्फेक्ट्ली सिमेट्रिकल नहीं होता. यानी शरीर का लेफ्ट और राइट साइड एकदम एक जैसा नहीं होता. साइज़ में थोड़ा, बहुत 19-20 का फ़र्क होता है. तभी आपको अपनी एक आंख छोटी और दूसरी आंख बड़ी लगती है. पर अगर आप अपनी आंखों के रंग पर गौर करें, तो दोनों आंखों का रंग एकदम एक जैसा होता है. भूरी तो दोनों भूरी. काली तो दोनों काली. पर कभी-कभी इन दोनों के रंगों में भी फ़र्क होता है. एक भूरी तो दूसरी काली. एक भूरी तो दूसरी हरी.
सेहत: इस कंडीशन में आंखों का रंग बदल जाता है; क्या रोशनी भी चली जाती है?
आपको अपनी एक आंख छोटी और दूसरी आंख बड़ी लगती है. पर अगर आप अपनी आंखों के रंग पर गौर करें, तो दोनों आंखों का रंग एकदम एक जैसा होता है.
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