ज़माना सोशल मीडिया का है. ये हम जानते भी हैं और मानते भी. आप में कोई टैलेंट हैं तो सोशल मीडिया आपके लिए एक मंच बन जाता है. आप अपना बिज़नेस बढ़ाना चाहते हैं, उसे लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं तो ये मार्केटिंग का जरिया बन जाता है. आप कुछ सीखना या सिखाना चाहते हैं तो ये आपको लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म देता है. बहुत सी चीज़ें हैं जो आप सोशल मीडिया के ज़रिये कर सकते हैं. ये तो हुई इस मीडियम की पॉजिटिव साइड.
बिना मेकअप के ब्यूटी कॉम्पिटीशन के फाइनल में पहुंच गई ये लड़की
मेलिसा रौफ मिस इंग्लैंड कॉम्पिटीशन की फाइनलिस्ट हैं. 94 साल के इतिहास में पहली बार ये हुआ है.

पर इसकी कुछ बुराइयां भी हैं. आप पूरा टाइम इसी घुसे रहते हैं. वैसे सोशल मीडिया का सबसे बड़ा ड्रॉबैक जो मुझे लगता है वो ये है कि कई बार ये आपको सेल्फ डाउट करने पर मजबूर कर देता है. आप किसी को मेकअप में या फ़िल्टर लगे हुए वीडियो में देखते हैं तो आपको लगने लगता है कि आप उनके जैसे सुन्दर क्यों नहीं हो या आपकी बॉडी उनके जैसी क्यों नहीं है. और बात बस यहां आकर नहीं रूकती. आप उन जैसा बनने की कोशिश करने लगते हैं. जो पैदा करता है सेल्फ डाउट. मैं मेकअप के खिलाफ नहीं हूं. अगर आपको पसंद है इसलिए आप मेकअप कर रहे हैं तो कीजिये लेकिन अगर आप मेकअप इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आपको लगता है कि आप खूबसूरत नहीं है तो ये सही बात नहीं है. आप विद और विदआउट मेकअप दोनों ही तरह से खूबसूरत हैं. अपनी नेचुरल ब्यूटी को एब्रेस कीजिये. जैसे मेलिसा रौफ ने किया.

मेलिसा इंग्लैंड में होने वाले ब्यूटी पेजेंट मिस इंग्लैंड की फाइनलिस्ट हैं. मेलिसा 20 साल की हैं और लंदन के बैटेसी में रहती हैं. वो पॉलिटिकल साइन्स की स्टूडेंट हैं और अब वो मिस इंग्लैंड के फाइनल्स में 40 और महिलाओं के साथ कम्पीट करेंगी. तो उन सबमें से सिर्फ मेलिसा की बात क्यों? क्योंकि मेलिसा ने कुछ ऐसा किया जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. मेलिसा ऐसी पहली महिला हैं जिन्होंने इस ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया और वो बिना मेकअप किए इस कॉम्पटीशन के फाइनल में पहुंच गईं.
ऐसा 94 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि कोई पार्टिसिपेंट बिना मेकअप इस तरह के कॉम्पटीशन में आये. ऐसा नहीं है कि मेलिसा कभी मेकअप करती ही नहीं हैं. वो कभी -कभार मेकअप करती हैं पर उनका मानना है कि अगर उन्हें मेकअप करना है तो वो तब करें जब उनकी मर्ज़ी हो. वो सोसाइटी के प्रेशर में आकर ऐसा नहीं करना चाहतीं. independent.co.uk से बात करते हुए मेलिसा ने कहा,
"मैंने कम उम्र में ही मेकअप करना इसलिए शुरू कर दिया था क्योंकि मैं अपनी स्किन में कम्फ़र्टेबल नहीं थी. मुझे हमेशा लगता था कि मैं खूबसूरत नहीं हूं."

आगे उन्होंने कहा,
"मैंने हाल ही में ये बात एक्सेप्ट की है कि मैं जैसी हूं वैसे ही खूबसूरत हूं और इसीलिए मैंने बिना मेकअप के इस कॉम्पटीशन में हिस्सा लेने का मन बनाया. मैं यही हूं और मैं जैसी हूं वैसे दुनिया के सामने आने में मुझे कोई डर नहीं है. मैं बस लोगों को ये दिखाना चाहती थी कि मेलिसा असल में कैसी है."
उन्होंने ये भी कहा कि ऐसा करने के पीछे उनका मकसद ये बिल्कुल नहीं है कि वो उन लोगों को नीचा दिखाना चाहती हैं जो मेकअप करते हैं. ये सबकी अपनी चॉइस होनी चाहिए. वो सिर्फ उन ब्यूटी स्टैंडर्ड्स को खत्म करना चाहती हैं जो किसी भी लड़की को कम खूबसूरत महसूस करवाते हैं.
वीडियोः फेस्टिव मेकअप की आसान टिप्स