खटमल (Bedbugs) . आजकल ये बड़ी चर्चा में हैं. वजह है पेरिस पर इनका हमला. अगले साल यानी 2024 में पेरिस में होने वाले हैं समर ओलंपिक्स. पर उससे पहले पेरिस के होटलों, घरों और सिनेमा हॉल्स में बेड बग्स यानी खटमलों ने उत्पाद मचा दिया है. खटमल की समस्या पेरिस तक सीमित नहीं है. ये आपके, हमारे घरों में भी पाए जा सकते हैं. अब दिक्कत ये है कि आप इन्हें फ्री में अपने घरों में रहने देते हैं, पर ये एहसान फ़रामोश रेंट में देते हैं बीमारियां और एलर्जी.
खटमलों के आतंक से परेशान हैं? जानिए इनके काटने पर क्या करना चाहिए
खटमल एक तरह का कीड़ा है, जिसके काटने से लोगों को इन्फेक्शन हो जाता है.

खटमलों का खाना होता है आपका खून. अब एक बार खटमल ने आपको काट लिया तो आपकी सेहत को काफ़ी नुकसान हो सकता है. आज हम डॉक्टर से जानेंगे कि खटमल के काटने से क्या होता है, इनसे बचने के लिए क्या कर सकते हैं, और खटमल के काटने पर करना क्या चाहिए.
खटमलों के काटने से क्या होता है?ये हमें बताया डॉक्टर विक्रमजीत सिंह ने.

- खटमल एक तरह का कीड़ा है, जिसके काटने से लोगों को इन्फेक्शन हो जाता है. इसे वैज्ञानिक भाषा में साइमैक्स लैटिक्यूलैरिस (Cimex lectularius) कहते हैं.
- खटमल अपने खाने के लिए इंसानों और जानवरों का खून चूसता है.
- खटमल अक्सर अंधेरी जगहों पर छिपता है, क्योंकि इस कीड़े को रौशनी से डर लगता है. ये कीड़ा बिस्तर, कपड़ों, फर्नीचर और दीवारों कि दरारों में छिप कर रहता है.
- जब आप बिस्तर पर लेटते हैं तो ये बाहर निकलकर काटता है.
- खटमल या तो दीवारों और बिस्तर से निकलकर आपको काटता है या फिर ये कपड़ों या सामान के साथ किसी दूसरी जगह पहुंचकर वहां लोगों को काटता है.
- इसके काटने से शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है.
- अच्छी इम्युनिटी के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है. खटमल के काटने से नींद पूरी नहीं हो पाती. इस वजह से तनाव बढ़ता है और इम्युनिटी घटती है.
- खटमल के काटने से लाल ददोड़े पड़ जाते हैं. इन ददोड़ों में शुरुआत में खुजली नहीं होती लेकिन बाद में काफी खुजली होती है.
- कुछ मामलों में खटमल के काटने से जानलेवा एलर्जी हो सकती है, जिसके इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है.
बचाव और इलाज- ऐसा भी कहा जाता है कि खटमल के काटने से कई सारे बैक्टीरिया फैलने का खतरा होता है.
- दावा किया जाता है कि 40 तरह के बैक्टीरिया और वायरस फैलने का ख़तरा होता है, जिनमें एचआईवी और हेपाटाइटिस भी शामिल हैं.
- लेकिन अभी तक वैज्ञानिक रिसर्च में इनसे जुड़ी कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है.
- हालांकि खटमल के काटने से क्यू फीवर (Q Fever) और वोल्बाचिया के फैलने का खतरा होता है.
- खटमल से बचाव करने के दो ही तरीके हैं.
- पहला तरीका है जिन कपड़ों में खटमल हों, उन्हें 60 डिग्री से ज्यादा तेज गर्म पानी में धोएं. दूसरा तरीका है कॉकरोच मारने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करें.
- खटमल के काटने से अगर ज्यादा खुजली हो रही है तो एलर्जी कम करने वाली दवाई खाएं या क्रीम लगाएं.
- अगर खटमल के काटने से घाव बन जाता है, तो एंटीबायोटिक से इलाज किया जाता है.
- इसके अलावा खटमल के काटने से ज्यादा दिक्कत नहीं होती, ये अपने आप ठीक हो जाता है.
- हालांकि खटमल के काटने से पड़ने वाले निशान लंबे समय तक रहते हैं, इसलिए इसका इलाज जरूरी है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)