यमन में निमिषा प्रिया को मृत्युदंड मिलने से ठीक 24 घंटे पहले, अचानक उसकी फांसी रोक दी गई. भारत सरकार ने सभी आधिकारिक रास्ते आजमा लिए थे, लेकिन केरल के ग्रैंड मुफ़्ती शेख अबूबक्र अहमद उर्फ कंठपुरम ए पी अबूबकर मुसलियार ने दखल दिया. उनके कूटनीतिक प्रभाव और गहरे इस्लामी कानूनी ज्ञान ने वह कर दिखाया जो कूटनीति नहीं कर सकी. लेकिन यह 94 वर्षीय धार्मिक नेता कौन हैं? और उन्होंने यमन के धार्मिक अधिकारियों को एक निश्चित सजा को टालने के लिए कैसे राजी किया? आस्था, कानून और शांत बातचीत की उस शक्तिशाली कहानी को उजागर करने के लिए जिसने निमिषा प्रिया की फांसी रोक दी. पूरा मामला जानने के लिए अभी पूरा वीडियो देखें.
निमिषा प्रिया की फांसी टली, केरल के ग्रैंड मुफ्ती के प्रभाव वह कर दिखाया जो कूटनीति नहीं कर सकी
ग्रैंड मुफ़्ती के कूटनीतिक प्रभाव और गहरे इस्लामी कानूनी ज्ञान ने वह कर दिखाया जो कूटनीति नहीं कर सकी.
Advertisement
Advertisement
Advertisement