नासा ने बताया है कि चांद पर पानी मिल गया है. लेकिन वो तो पहले ही मिल गया था. ऐसे कितनी बार मिलेगा? इस बार मामला अलग है. जहां से उम्मीद नहीं थी, पानी वहां मिला है. अब जब मिल गया है, तो चांद से उम्मीदें कुछ बढ़ गई हैं. चांद का अपना कोई वायुमंडल नहीं है. उसका गुरुत्वाकर्षण बल भी बहुत कम है. इसलिए चांद की सतह पर तरल पानी नहीं टिक सकता. साइंसकारी के इस एपिसोड में चांद पर पानी की कहानी जानेंगे.
साइंसकारी: नासा ने बताया है कि चांद पर पानी मिल गया, लेकिन इस बार कुछ नया है
चांद पर इससे पहले मिले पानी की कहानी जान लीजिए.
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