सर्वे में क्षेत्रीय क्षेत्र में लगे पायलटों को शामिल किया गया. घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संचालन और एपवर्थ स्लीपनेस स्केल पर उनके थकान के स्तर को मापा. एनजीओ सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन द्वारा किए गए सर्वे में कहा गया है, "उनकी प्रतिक्रियाओं के आधार पर, यह पाया गया कि लगभग 54% पायलट दिन में अत्यधिक नींद से पीड़ित हैं, जबकि 41% मध्यम दिन की नींद से पीड़ित हैं." यह बताता है कि क्यों 66% पायलटों ने कहा कि उन्होंने हल्की नींद का अनुभव किया था या अनजाने में कॉकपिट में सो गए थे, सर्वे में कहा गया है. देखिए वीडियो.
इंडियन पायलट फ्लाइट उड़ाने के बीच सो जाते हैं, वजह ये रही
सर्वे में कहा गया है 66% पायलटों ने कहा कि उन्होंने हल्की नींद का अनुभव किया.
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