अमेरिकी संसद के निचले सदन 'हाउस ऑफ रेप्रजेंटेटिव्स' की स्पीकर नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से एक बार फिर से चीन और अमेरिका के संबंधों में काफी तनाव आ गया है. दोनों एक दूसरे को 'आग से न खेलने' जैसी धमकी दे रहे हैं. पेलोसी ने कहा कि उनका दौरा ताइवान के लोकतंत्र के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. जबकि चीन का कहना है कि अमेरिका 'यथास्थिति' के साथ छेड़छाड़ कर रहा है और यह उचित नहीं है. चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और ऐसे में यदि कोई देश ताइवान को स्वतंत्र करार देने की कोशिश करता है तो उसे चीन की घोर नाराजगी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यदि भविष्य में युद्ध जैसी कोई स्थिति उत्पन्न होती है तो क्या ताइवान के पास पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम हैं. देखें वीडियो.
चीन की तुलना में ताइवान की सेना कितनी ताकतवर है?
यदि भविष्य में युद्ध जैसी कोई स्थिति उत्पन्न होती है तो क्या ताइवान के पास पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम हैं?
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