कोलकाता में ब्रुसेलोसिस नाम की दुर्लभ बीमारी से एक युवक की मौत हो गई है. मामला पूर्वी बर्धमान के भतार इलाके का है (Youth Died from Brucellosis Kolkata). यहां रहने वाले शारबिन्दु घोष को 30 नवंबर को कोलकाता के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तभी बीमारी का पता चला. बाद में इलाज के लिए शारबिन्दु को स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में शिफ्ट किया गया. शनिवार, 24 दिसंबर को वहीं शख्स की मौत हो गई.
जानवरों वाली भयानक बीमारी इंसान को हुई, मौत हो गई, ये है बचने का तरीका!
बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखते हैं!

ब्रुसेलोसिस बैक्टीरिया से होने वाला एक संक्रामक रोग है. ये संक्रमित जानवरों या बैक्टीरिया से दूषित पशु उत्पादों के संपर्क में आने से इंसानो में फैलता है. आमतौर पर भेड़, मवेशी, बकरी, सूअर और कुत्ते जैसे जानवर इससे संक्रमित होते हैं. संक्रमित पशुओं के संपर्क में आने पर इंसान भी बीमार हो जाते हैं. इनका मांस खाने या इनका दूषित किया पानी पीने पर संक्रमण फैलता है. हवा के जरिए भी ये इंसान तक पहुंच सकता है.
WHO के मुताबिक, इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा तब रहता है, जब इंसान जानवर का कच्चा दूध इस्तेमाल करता है या दूध की बनी चीज खाता है. इस बैक्टीरिया के संक्रमण का पता एलाइजा व कल्चर टेस्ट से लगाया जा सकता है. यानी साफ-सफाई और डेयरी प्रोडक्ट को अच्छी तरह पकाकर खाने-पीने से इस बीमारी के संक्रमण से बचा जा सकता है.
शारबिन्दु घोष भी कुछ मवेशी पालते थे. हालांकि परिवार वालों का कहना है कि मृतक जिन भी मवेशियों की देखभाल करता था उनको ब्रुसेलोसिस के खिलाफ टीका लगाया गया था. परिजनों को शक है कि मवेशियों के टीकाकरण से पहले शारबिन्दु में संक्रमण फैला हो सकता है. टाइम्स ऑफ इंडिया कि रिपोर्ट के मुताबिक, शारबिन्दु की बीमारी का पता चलने में कई दिन लग गए और इस दौरान उसकी हालत बिगड़ती चली गई. ICU में रहते हुए भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं आया. शारबिन्दु के परिवार के सदस्यों ने बताया कि उसे तेज बुखार, दस्त और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत रहती थी.
क्या लक्षण और नुकसान?ब्रुसेलोसिस के मरीज आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान से पीड़ित होते हैं. ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से पुरुषों और महिलाओं के अंडकोष खराब हो सकते हैं. इसके अलावा ये प्रजनन क्षमता और प्रजनन प्रणाली को पूरी तरह से खत्म कर सकता है.
पहला मरीज बीकानेर में मिला थादैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पशुओं में यो बीमारी लगभग दो साल पहले फैली थी. इससे संक्रमित जानवरों के घुटने में सूजन, गर्भपात जैसे लक्षण दिखते हैं. बीमारी को रोकने के लिए पशुपालन विभाग ने गोवंश व भैंस के बच्चे का 3 से 9 महीने के अंदर टीकाकरण शुरू किया था. इससे संक्रमण में काफी कमी देखने को मिली. इस साल अक्टूबर में राजस्थान के बीकानेर से ब्रुसेलोसिस का पहला मरीज सामने आया था. आजतक के मुताबिक, सितंबर 2020 में ब्रुसेलोसिस से चीन में करीब तीन हजार लोग संक्रमित हुए थे.
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