'यह शानदार फीलिंग है और मैं सोचता हूं कि यह 2020 की परफेक्ट शुरुआत है. मुझे उम्मीद है कि मैं इसे जारी रख पाऊंगा और साल का अंत भी बेहतरीन करूंगा.'इसी बातचीत में उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने बहुत सारे खेल खेलने के बाद अंततः टेबल टेनिस को अपना करियर बनाया. स्केटिंग और जिमनास्टिक जैसे खेलों के बाद टेबल टेनिस में आए ठक्कर ने कहा,
'टेबल टेनिस में रिफ्लेक्सेज का बड़ा महत्व है और इसमें जिमनास्टिक ने मेरी काफी मदद की. इसके साथ ही इससे मुझे अपना पोस्चर मेंटेन रखने और ध्यान बेहतर करने में मदद मिली.'सूरत बेस्ड ठक्कर ने साथ ही यह भी बताया कि कैसे स्केटिंग ने उनके पैरों की मूवमेंट को बेहतर किया.
'स्केटिंग पैरों की मूवमेंट और चपलता में मदद करती है क्योंकि आप जब मुड़ते हैं तो आपको इनकी जरूरत पड़ती है. टेबल टेनिस में जब आप लॉन्ग बॉल तक पहुंचना चाहते हैं, आपको दोनों पैरों का बेहतरीन इस्तेमाल आना ही चाहिए.'रैंकिंग पर लौटें तो साथियन सीनियर कैटेगरी में 30वीं रैंक पर बने हुए हैं. जबकि अचंता शरत कमल एक स्थान की छलांग लगाकर 33वें नंबर पर पहुंच गए हैं. विमिंस में मनिका बत्रा 61वें नंबर पर बनी हुई हैं.
लिएंडर पेस: वो खिलाड़ी जो अपनी 'सबसे खराब' टेनिस खेलकर भी मेडल ले आया