पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन डिस्पोजल प्लेट को धोता कर्मचारी. (वीडियो का स्क्रीनशॉट)
ट्रेन की यात्रा के दौरान लोग ट्रेन में मिलने वाले खाने पर भरोसा करते हैं. उन्हें इस बात पर भरोसा होता है कि भले ही 'ट्रेन का खाना' स्वादिष्ट ना हो, लेकिन हाइजीनिक तो होगा ही. लेकिन क्या हो, जब एक ऐसा वीडियो सामने आए जो आपके भरोसे को हिला दे. ट्रेन का खाना खाने से पहले आपको सोचने के लिए मजबूर कर दे. पहले वीडियो देखिए. फिर आगे बात करते हैं.
क्या है वीडियो में?
26 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति ट्रेन के बगल में पटरी पर डिस्पोजल प्लेट को धो रहा है. पीछे से आवाज आ रही है. एक व्यक्ति पूछता है कि यह पेंट्री वाला है ना. दूसरा जवाब देता है, हां. व्यक्ति को कहते सुना जा सकता है कि गाड़ी का नाम और नंबर नोटकर के दिखा देते हैं. सिर्फ प्लेट ही नहीं वीडियो में दिख रहा व्यक्ति अंडे को धोकर भी वापस रख रहा है.
कब का है वीडियो? किसने बनाया?
ये वीडियो भेजा है लल्लनटॉप के एक दर्शक ने. उन्होंने इस वीडियो के बारे में बताया,
मैं 22 नवंबर को सिंकदराबाद दानापुर ट्रेन में यात्रा कर रहा था. पैंट्री कार के बगल वाले डिब्बे में था. मैंने ये वीडियो पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पर शूट किया था. वीडियो में दिख रहा व्यक्ति पैंट्री कार से उतरा और डिस्पोजल वाले गंदे प्लेट को धोकर रखने लगा. इतना ही नहीं उनसे यात्रियों को परोसे गए खाने से बचे अंडे को भी धोया. जब उसने देखा कि हम वीडियो बना रहे हैं तो पहले तो सफाई देने लगा कि इसी प्लेट में हम खाएंगे. बाद में धमकी पर उतर आया कि जो करना है कर लो.
हमने अपने दर्शक की ओर से भेजे गए वीडियो के दावे की जांच की. ये पता लगाने के लिए कि वीडियो कब बनाया गया और क्या उन्होंने ही इसे शूट किया है जिन्होंने हमें मेल भेजा? जांच में ये बात सही निकली कि वीडियो 22 नवंबर को ही दोपहर के 3:23 मिनट पर शूट किया गया. और वीडियो उन्हीं के मोबाइल से शूट हुआ, जिन्होंने हमें इस वीडियो को मेल किया.
IRCTC का क्या कहना है?
वीडियो देखकर आप ये नहीं कह सकते कि जो व्यक्ति गंदे डिस्पोजल प्लेट को धो रहा है, उनका क्या करेगा. धोए गए उबले अंडों का क्या करेगा? हमने इस वीडियो को IRCTC को भेजा. जवाब में उनका कहना है कि ट्रेन में IRCTC के अधिकृत वेंडर की ड्रेस बिल्कुल अलग है. ये काम ट्रेन में अधिकृत रूप से सामान बेचने वाला नहीं कर रहा है. वीडियो में सफाई करने वाला वेंडर खाकी ड्रेस पहने है, जो कि लोकल वेंडर लग रहा है. वह ट्रेन की पैंट्री कार के स्टाफ में नहीं आता. कोविड को देखते हुए रेलवे सिर्फ रेडिमेड सामान बेचने के लिए ही परमिशन दे रखी है. इसके तहत सिर्फ बिस्किट, चिप्स, पैक्ड जूस आदि ही बेचे जा रहे हैं. वीडियो में दिखाया जा रहा शख्स बाहरी और अनाधिकृत विक्रेता नजर आ रहा है. यह बात स्टेशन ऑफिसर से कंफर्म हो चुकी है. वीडियो में दिखाए गए तथ्यों की जांच के लिए रेलवे औचक निरीक्षण भी करेगा. उस दौरान अगर कोई भी खाना बनाते या बनाकर बेचते हुए पकड़ा गया तो उसका लाइसेंस फौरन टर्मिनेट कर दिया जाएगा.