सीरीज़ Navarasa 06 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर आ गई. इसके एक पोस्टर (दाएं) को लेकर कुछ लोगों ने विरोध जताया है.
ट्विटर पर कुछ लोग #BanNetflix और #BanDailyThanthiNews हैशटैग के साथ ट्वीट कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि नेटफ्लिक्स ने अपनी फिल्म Navarasa के विज्ञापन में कुरान की एक आयत प्रकाशित की है. यह कुरान का अपमान है. ये विज्ञापन डेली थंथी न्यूज़ में छपा है. लोग नेटफ्लिक्स और अखबार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. कुछ ट्वीट देखिए, फिर आगे की बात बताते हैं. एक यूजर ने अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा कि फिल्म के पोस्टर में कुरान को क्यों प्रिंट किया?
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि नेटफ्लिक्स ने अपनी फिल्म Navarasa के विज्ञापन में कुरान की एक आयत प्रकाशित की है. यह कुरान का अपमान है. हम सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं.
एक यूजर ने लिखा कि आज कुरान-ए-पाक का अपमान किया गया है. हमारे आधे से ज्यादा मुस्लिम भाई-बहन टिकटॉक और इंस्टाग्राम के अभिनेता की पूजा कर रहे हैं. जागो मुसलमानों नहीं तो तुम्हारा नाम नहीं बचेगा.
वहीं एक यूजर ने लिखा कि उन्होंने पोस्टर पर सूरह इखलास का इस्तेमाल किया है, जो स्वीकार्य नहीं है.
एक यूजर ने लिखा कि लोगों के पास फिल्म को प्रमोट करने के कई तरीके हैं, फिर वे ऐसा रास्ता क्यों चुनते हैं जिससे हमारी धार्मिक भावनाएं हर्ट हों.
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एक यूजर ने लिखा कि हमारी होली बुक का फिर से अपमान करने का प्रयास ना करें. एक यूजर ने लिखा कि एक बात याद रखें, कुरान और इस्लाम लोगों के मनोरंजन के सोर्स नहीं हैं. यह हमारी गरिमा और धार्मिक मान्यताओं से संबंधित है. ये सब करके कृपया हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचाएं.
क्या है मामला?
नवरस (Navarasa) वेब सीरीज 6 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई. ये सीरीज मणि रत्नम ने जयेंद्र पंचपकेसन के साथ मिलकर बनाई है. सीरीज़ की थीम है नवरस. काव्य रचना के नौ रस हैं, शृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, वीभत्स, अदभुत, भय और शांति. उन्हीं पर आधारित सीरीज़ है ये. इसमें कुल नौ एपिसोड हैं. इन एपिसोड्स को गौतम वासुदेव मेनन, बिजॉय नांबियार, कार्तिक सुब्बराज, हलिथा शमीम, पोनराम, कार्तिक नरेन, रथिदान आर प्रसाद, अरविंद स्वामी और दिवंगत निर्देशक के.वी. आनंद द्वारा निर्देशित किया गया है. इन्हीं में से एक एपिसोड है 'इनमै'. ऐसा शब्द जिसका अपना कोई अर्थ नहीं. इनमै का मतलब है रहित. खुद कहानी के डायरेक्टर रतिन्द्रन प्रसाद ने अपने एक इंटरव्यू में ये बताया. साथ ही बताया कि ‘भय’ रस पर बेस्ड उनकी कहानी किसी टिपिकल हॉरर या थ्रिलर कहानी से कोसों दूर है. उनकी माने तो ‘इनमै’ एक शेक्सपियर किस्म की ट्रैजडी है. कहानी के लीड में हैं सिद्धार्थ और पार्वती. पार्वती के किरदार वहीदा को सेंटर स्टेज बनाकर रची गई कहानी में उसकी पूरी दुनिया बदल जाती है. वो भी सिर्फ एक ही दिन में. अब तक जो कुछ समझती थी, अपना मानती थी, उनपर सब पर सवाल उठाने को मजबूर कर देता है. इनमै के ही पोस्टर को लेकर कुछ लोग ट्विटर पर विरोध कर रहे हैं. विज्ञापन के लिए अखबार में इस्तेमाल किए गए इस पोस्टर को हटाने और नेटफ्लिक्स को बैन करने की मांग कर रहे हैं. क्यों? क्योंकि पोस्टर पर कुरआन की तस्वीर छपी हुई है. इसके अलावा कुरआन की एक आयत भी लिखी हुई है. सूरह इखलास. इस एक बात पर कुछ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो गई हैं और वो बैन की डिमांड कर रहे हैं. वहीं प्रयागराज के एडवोकेट मोहम्मद वाहिद सिद्दीकी ने तमिलनाडु के सीएम को लेटर लिख उस दिन के अखबार को जब्त करने और अखबार के संपादक के खिलाफ एक्शन की मांग की है. दी लल्लनटॉप से बातचीत में उन्होंने कहा कि तमिल अख़बार डेली थांथी को नेटफ्लिक्स ने विज्ञापन दिया जो अखबार में छपा. हमें और चीजों से एतराज नहीं है, हमें इससे एतराज है कि कुरान की आय़त को इन्होंने अखबार में छपा है. अखबार में इस तरह की चीजें छापना गलत है. न्यूज पेपर एक दिन बाद कहीं कुड़ेदान में होता है, तो कहीं समोसे की दुकान पर. इसलिए हम धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले अखबार के खिलाफ एक्शन की मांग करते हैं. अब इस डिमांड को नेटफ्लिक्स कितना भाव देता है ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा. फिलहाल तो सीरीज़ स्ट्रीम हो रही है.