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AIIMS PG कोर्स: एंट्रेंस एग्जाम की डेट आने से नाराज़ क्यों हो गए हैं डॉक्टर?

ट्विटर पर #postponeINICET कैंपेन चल रहा है.

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बाएं से दाएं. एम्स और INICET एग्जाम को आगे बढ़ाए जाने के लिए सोशल मीडिया पर चलाई जा रही मुहिम. (एम्स की फोटो PTI से बाकी दोनों ट्विटर से)
ट्विटर पर एक ट्रेंड चल रहा है. #postponeINICET. INI CET एंट्रेस एग्जाम है. देशभर के एम्स के पीजी कोर्स में दाखिले के लिए MBBS के बाद डॉक्टरों को ये एग्ज़ाम देना पड़ता है. सरकार ने इस परीक्षा की तारीख जारी कर दी है. 16 जून को ये परीक्षा शिड्यूल की गई है. लेकिन कोरोना ड्यूटी में लगे डॉक्टर इससे नाराज़ हो गए हैं. वो एग्ज़ाम की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI के सोशल मीडिया राष्ट्रीय प्रभारी आज़ाद ने ट्वीट किया-
"देश के ज्यादातर हिस्से में लॉकडाउन लगा हुआ है. ज्यादार स्टूडेंट्स, जो इस एग्जाम में हिस्सा लेंगे, उन्हें वैक्सीन नहीं लगी है. क्या यह सही है कि 18 दिन के नोटिस पर INICET एग्जाम कराया जाए? और फिर उनका क्या, जो कोविड ड्यूटी में लगे हुए हैं." डॉक्टर राव नाम के ट्विवटर हैंडल से लिखा गया,
"कोविड मामलों में बढ़ोतरी के कारण सरकार के कहने पर हम अस्पतालों में ड्यूटी करने लगे. अब बीस दिन के नोटिस पर INICET एग्जाम कराया जा रहा है. यह हमारे साथ धोखा है." किसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए एम्स की एग्जामिनेशन बॉडी को एंट्रेस एग्जाम आगे बढ़ाने का निर्देश देने का आग्रह किया. साथ में यह भी पूछा कि आखिर डॉक्टरों को अपने अधिकारों के लिए बार-बार क्यों लड़ना पड़ता है? अयान चौधरी नाम के यूजर ने लिखा-
"पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत में कोविड मामले पीक छू रहे हैं. इनमें से ज्यादातर राज्यों में कड़ा लॉकडाउन लगा हुआ है. जो स्टूडेंट्स कोविड ड्यूटी में लगे हैं, उन्हें तैयारी करने के लिए कम से कम एक महीने का समय तो दीजिए." एक यूजर ने लिखा-
"हम में से ज्यादातर ने यह सोचकर ड्यूटी ज्वाइन की कि एंट्रेस एग्जाम आगे बढ़ा दिया गया है. लेकिन अब एम्स ने दो सप्ताह में एग्जाम कराने का नोटिस निकाल दिया है. यह उनके साथ अन्याय है, जिन्होंने महामारी के बीच ड्यूटी ज्वाइन की." यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने भी इस मामले में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा-
"आज एम्स के बहुत सारे डॉक्टरों ने मेरे पास तक अपनी बात पहुंचाई और चिंता जाहिर की. नीट पीजी एग्जाम आगे बढ़ा दिए गए थे और सरकार ने डॉक्टरों यह कहकर कोविड ड्यूटी ज्वाइन कराने का आग्रह किया था कि किसी भी तरह का मेडिकल एंट्रेस एग्जाम चार महीने के लिए आगे बढ़ा दिया जाएगा. अब जो तारीख आई है, वो 16 जून है. इतनी जल्दी किस बात की है? " क्या है INI CET एग्जाम? इस एग्जाम का पूरा नाम इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इम्पॉरटेंस कम्बाइन्ड एंट्रेस टेस्ट है. यह एग्जाम देश में स्थित अलग-अलग एम्स के पीजी कोर्सेस में दाखिले के लिए आयोजित किया जाता है. इनमें एम्स दिल्ली, भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश के साथ बेंगलुरु स्थित NIMHANS, पुडुचेरी स्थित JIMPER और PGI चंडीगढ़ शामिल हैं. इस एग्जाम के जरिए डॉक्टर ऑफ मेडिसिन, मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी, डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन और मास्टर ऑफ सर्जरी में दाखिला मिलता है.
इस महीने की शुरूआत में सरकार ने मेडिकल और नर्सिंग कोर्स पास कर चुके और मेडिकल के फाइनल ईयर स्टूडेंट्स की कोविड ड्यूटी लगा दी थी. इसके लिए सरकार ने मेडिकल से जुड़े एंट्रेस टेस्ट को आगे बढ़ाने का संकेत दिया. ऐसी खबरें सामने आईं, जिनमें नीट एग्जाम एक अगस्त को कराने की बात कही गई. हालांकि, नीट एग्जाम को लेकर अभी तक किसी तारीख की घोषणा नहीं हुई है.
कोविड के बढ़ते हुए खतरे के बीच मेडिकल स्टूडेंट्स की भी कोविड ड्यूटी लगाई गई. (प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
कोविड के बढ़ते हुए खतरे के बीच मेडिकल स्टूडेंट्स की भी कोविड ड्यूटी लगाई गई. (प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

पहले यह एंट्रेस एग्जाम 8 मई, 2021 को होना था. लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते इसे आगे बढ़ा दिया गया. अब इस एग्जाम को 16 जून को कराए जाने की घोषणा हुई है. एडमिट कार्ड 9 जून को रिलीज किए जाएंगे. इस बीच स्टूडेंट लगातार इसे आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. एक तो कोविड ड्यूटी के चलते उन्हें तैयारी का समय नहीं मिला है, वहीं दूसरी ओर कोविड का खतरा तो बना ही हुआ है. स्टूडेंट्स तैयारी पर ध्यान दें स्टूडेंट्स की चिंता को लेकर इंडिया टुडे ने गौरव त्यागी से बात की. गौरव त्यागी 'कैरियर एक्सपर्ट' के फाउंडर हैं. उन्होंने बताया-
"क्योंकि नीट को लेकर सरकार ने एक तरह से संकेत दिया कि ये एग्जाम जुलाई या अगस्त में होगा, तो स्टूडेंट्स सोच रहे थे कि INI CET जैसे एग्जाम भी उसी वक्त होंगे. अब सच में स्टूडेंट्स के सामने मुसीबत आ गई है. लेकिन मेरी सलाह यही है कि फिलहाल वे अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करें. ये सोचें कि उन्हें तय तारीख पर ही एग्जाम देना है."
वैसे स्टूडेंट्स की बात सुनकर तो ये उनके साथ ज्यादती ही लग रही है. कि एक तरफ वो कोरोना ड्यूटी में उलझे हैं और दूसरी तरफ उनकी परीक्षा की घोषणा कर दी. ऐसे में देखना होगा कि AIIMS की एग्ज़ाम बॉडी इस परीक्षा की डेट आगे बढ़ाती है या नहीं.

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