मनोहर पर्रिकर नहीं रहे. 17 मार्च को पणजी में आखिरी सांस ली. बहुत दिनों से बीमार थे. पैन्क्रीऐटिक कैंसर से लड़ रहे थे. 63 साल की उम्र में चले गए. जनता उनकी सादगी को पसंद करती थी. कई लोग उन्हें स्कूटर वाला सीएम भी कहते थे. उनके स्कूटर के किस्से हैं. पर्रिकर, गोवा के सीएम रहते हुए भी कई बार स्कूटर से ही ऑफिस जाते थे. लेकिन बाद में उन्होंने स्कूटर से चलना छोड़ दिया था. इसकी वजह भी उन्होंने बताई थी 12 जनवरी, 2018 को कानकोना, गोवा में बीजेपी कार्यकर्ताओं से बातचीत में पर्रिकर ने कहा था-
मैं अब स्कूटर नहीं चलाता. मेरा दिमाग काम से जुड़ी चीजों में लगा रहता है. ऐसे में अगर मैं स्कूटर चलाऊं और मेरा दिमाग कहीं और रहे, तो एक्सीडेंट हो सकता है. मैं अब स्कूटर चलाने से बचता हूं.
पर्रिकर ने तब बताया था कि गोवा सरकार रोड एक्सीडेंट्स को कम करने के लिए कई उपायों पर काम कर रही है. 18 मार्च को राजकीय सम्मान के साथ पर्रिकर का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री रहने से पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री थे. पर्रिकर के सीएम बनने के बाद निर्मला सीतारमण को रक्षामंत्री बनाया गया था.
वीडियो- अर्थात: पिछले 20 साल में किस तरह से बदला है देश का वोटिंग पैटर्न?