इसमें बताया गया कि आखिर कैसे 1090 डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को जागरूक करके बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित किया जाए. यह भी तय किया गया कि वीमेन पावर हेल्पलाइन 1090, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइकोग्राफिक्स जैसी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री सर्च करने वाले लोगों को 'पॉप अप मेसेज' के जरिए सैनिटाइज किया जाएगा. आप ये 'पॉप अप मेसेज' टर्म याद रखिए. सब लोचा इस टर्म की वजह से पैदा हुआ है.
अब हुआ ये कि कुछ शरारती लोगों ने पुलिस के संदेश में बताए गए पॉप अप मेसेज की भाषा को अपने हिसाब से बदल लिया. 1090 से जारी किए गए संदेश को गलत तरीके से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया गया. एक मेसेज में बताया गया कि अगर कोई अपने फोन या कंप्यूटर पर पॉर्न वेबसाइट सर्च करता है तो उसे एक चेतावनी का मेसेज आएगा. अगर फिर भी नहीं माने तो पुलिस एक्शन ले लेगी. इसे लेकर लोग सोशल मीडिया पर भी लिखने लगे. ऐसे ही एक यूजर ने लिखा, 'अगर उत्तर प्रदेश में कोई ऑनलाइन पोर्न सर्च करता है तो उसे पुलिस का मेसेज आएगा.'
सच्चाई क्या है? असल में सारी कवायद चाइल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर है. महिला सुरक्षा की हेल्पलाइन पर जो बात कही गई है वह चाइल्ड पोर्नोग्राफी के बारे में है. इसमें भी किसी तरह का मेसेज फोन पर भेजने की बात नहीं कही गई है. सिर्फ 'पॉप अप मेसेज' की बात है. पॉप अप मेसेज वो मेसेज होते हैं जो वेबसाइट को सर्च करते वक्त आते हैं. आपको भी कई बार लल्लनटॉपी की वेबसाइट पर भी साइड से निकलते ऊपर नीचे होते मेसेज दिखाई देते हैं. इन मेसेज को ही पॉप अप मेसेज कहते हैं. यूपी पुलिस बस इतना कर रही है कि अगर कोई चाइल्ड पॉर्नोग्राफी को गूगल पर सर्च करता है तो उसे एक मेसेज अपनी स्क्रीन पर दिखेगा. इसमें उसे यह बताया जाएगा कि ऐसा करना कानूनन गलत है. इससे क्या नुकसान हो सकता है. आपको बता दें कि आईटी एक्ट के तहत चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, उसे सर्च करना और आदान-प्रदान करना अपराध की श्रेणी में आता है.

इस तरह के मेसेज लोग सर्कुलेट कर रहे हैं.
वायरल मैसेज पर 1090 की एडीजी नीरा रावत ने जांच के आदेश दिए हैं. नीरा रावत का कहना है,
'चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित सामग्री इंटरनेट पर सर्च करने वाले लोगों को पॉप अप मैसेज के जरिए सैनिटाइज किया जाएगा. लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने इसी मिसकम्युनिकेशन का फायदा उठा लिया है, जिसके चलते ऐसा हो रहा है. इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.'यूपी पुलिस के डीजीपी के पीआरओ ने भी बताया कि इस तरह का कोई मेसेज किसी को नहीं भेजा जा रहा है. सिर्फ पॉप अप मेसेज की बात है. जहां तक बात है शरारती मेसेज भेजने की तो हम जांच करा रहे हैं. शरारत करने वालों पर कार्रवाई होगी.