प्रैक्टिशनर शायर - हम प्रैक्टिशनर हैं, शायरी के प्रैक्टिशनर. सौरभ - शायरी के प्रैक्टिशनर हैं आप? शायर हैं आप, कहां से सीखी आपने शायरी? प्रैक्टिशनर शायर -हम कभी सीखे नहीं हैं, प्रैक्टिशनर हैं. सौरभ - मतलब गज़ल लिखते हैं? प्रैक्टिशनर शायर - जी हां. सौरभ - लेकिन ये तो गैरकानूनी है, कभी पकड़ा नहीं किसी उस्ताद ने? प्रैक्टिशनर शायर - बहुत हमारी तरह के फेसबुक पर छाए हुए हैं. मुशायरों में छाए हुए हैं. सौरभ - तो आपने शायरी कैसे शुरू की? प्रैक्टिशनर शायर - मैंने किसी शायर की लाइनें उठाईं, और उसे अपने हिसाब से लिख लिया. सौरभ - अगर मान लीजिए कभी मीटर बिगड़ जाए, शेर गलत हो गया तो? प्रैक्टिशनर शायर - बस मेरे पास 5 चीज रहना चाहिए, फिर कभी गलत नहीं हो सकता. फेसबुक फॉलोवर, चेलों का ग्रुप, हीरोइन की पिक, फैन पेज और बेगैरती...प्रैक्टिशनर शायर के गजल का डोज़ कैसे काम करता है, इसके लिए पूरा वीडियो नीचे देखिए
किसने किया ये कारनामा? इस वीडियो को यूट्यूब और फेसबुक पर प्रबुद्ध सौरभ ने डाला है. इस वीडियों में 'द लल्लनटॉप' के एडिटर सौरभ द्विवेदी और तथाकथित प्रैक्टिशनर शायर की आवाज प्रबुद्ध सौरभ ने ही डब की है. ओरिजिनल वीडियो में क्या है? असल में इस वीडियो को लल्लनटॉप की टीम ने बिहार में हालिया इलेक्शन के दौरान शूट किया था. लल्लनटॉप की टीम चुनाव कवरेज के लिए बिहार के रोहतास पहुंची थीं. वहां पर टीम को एक तथाकथित डॉक्टर मिले. नाम था संजय पासवान. उन्होंने बताया कि वो एलोपैथ के प्रैक्टिशनर हैं. और जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने कहां से पढ़ाई की है, तो उन्होंने बताया कि वो कहीं से पढ़े नहीं हैं, वो प्रैक्टिशनर हैं. उनके पास डिग्री नहीं है. संजय पासवान ने बताया था कि उनके जैसे बिहार में जगह-जगह छाए हुए हैं. देखिए वीडियो-