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UP के मिर्ज़ापुर में तीन बच्चों को मारकर उनकी आंखें निकाल ली गईं?

पुलिस ने इस मामले में क्या कहा है?

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बच्चों की बॉडी और विंध्याचल के आईजी पीयूष श्रीवास्तव (फोटो: आजतक)
यूपी का मिर्ज़ापुर. 1 दिसंबर की रात यहां एक शादी थी. उस शादी में आई बारात को विदा करके अगले दिन दोपहर में तीन बच्चे नज़दीकी कुशियरा जंगल में बेर खाने गए. ये बच्चे हरिओम, सुधांशु और शिवम थे और इन सभी की उम्र करीब 14 साल थी. शाम तक बच्चे घर नहीं लौटे. बच्चे जब 2 दिसंबर की सुबह तक घर नहीं लौटे तो घरवालों ने दोपहर को लालगंज थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया.
उसी दिन शाम को तीनों बच्चों की बॉडी मिली. लाश मिलने के बाद परिवार वालों ने आरोप लगाया कि बच्चों को मारकर उनकी आंखें निकाल ली गईं. उनका कहना है कि शरीर पर चोट के निशान भी हैं. इस पूरे मामले पर अब पुलिस ने सफाई दी है.
Mirzapur Familiy
पीड़ित परिवार के लोगों की शिकायत थी कि बच्चों की आंखें निकाल ली गईं. (फोटो: आजतक)


मामले को लेकर पुलिस ने क्या कहा है?
विंध्याचल के आईजी पीयूष श्रीवास्तव ने 'आज तक' 
से कहा,
तीनों बॉडी के सभी अंग सुरक्षित हैं. मैंने खुद बॉडी देखी है. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों के द्वारा यह अफवाह फैलाई गई है कि बच्चों कr आंखें गायब हैं. पहली नज़र में ऐसा सच नहीं लगता है. बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. तीन डॉक्टर पोस्टमॉर्टम करेंगे. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अधिक जानकारी मिल सकेगी और पुलिस आगे अपनी कारवाई करेगी.
पीयूष श्रीवास्तव का बयान मिर्ज़ापुर पुलिस ने भी शेयर किया है. इससे पहले लालगंज के पुलिस अधीक्षक ने जानकारी थी कि परिवार द्वारा बच्चों की गुमशुदगी की सूचना देने के बाद पुलिस ने बच्चों की खोज की थी और 2 दिसंबर को ही बच्चों की बॉडी खोज ली है और आगे की जांच जारी है.

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