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मृत बच्चे को लेकर हजारों मील तक तैरती रही, अब एक और बच्चे की मौत, इस व्हेल की कहानी कुछ अलग है

Whale के मृत बच्चे का शव समुद्र में डूब रहा था और मां उसे बार-बार बाहर निकाल रही थी. वो उसे अपने माथे पर सहारा देकर समुद्र की लहरों में धकेल रही थी.

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अपने मृत बच्चे J61 के साथ मां J35. (तस्वीर: सेंटर फॉर व्हेल रिसर्च)

ओर्का, दांतो वाला व्हेल मछली होती है. इसको “किलर व्हेल” भी कहते हैं. साल 2018 में ऐसे ही एक ओर्का (Orca Mother Whale) की खूब चर्चा हुई थी. ओर्का व्हेल को अपने एक मृत बच्चे के साथ 1,000 मील से अधिक दूरी तक तैरते हुए देखा गया था. जानकारों ने बताया कि ये उसके शोक मनाने का तरीका है. एक्सपर्ट्स ने व्हेल को ‘तहलेक्वा’ या 'J35' नाम दिया. अब पता चला है कि उसी ओर्का के एक और बच्चे की मौत हो गई है और वो फिर से अपने मृत बच्चे के साथ तैर रही है.

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इस मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि ये घटना इस प्रजाति के लिए बहुत बड़ा नुकसान है. अमेरिकी और कनाडाई सरकारों के लिए व्हेल आबादी पर नजर रखने वाली एक संस्था है, 'सेंटर फॉर व्हेल रिसर्च'. इस संस्था ने बताया है कि J35 व्हेल को अपने मरे हुए बच्चे के साथ पुगेट साउंड क्षेत्र में देखा गया है. पुगेट साउंड क्षेत्र, वाशिंगटन में प्रशांत उत्तरपश्चिम का एक तटीय क्षेत्र है. तहलेक्वा ‘गंभीर रूप से संकटग्रस्त’ किलर व्हेल है. ‘गंभीर रूप से संकटग्रस्त’ का मतलब है कि अब उनकी संख्या बहुत ही कम बची है. एक्सपर्ट्स को भी इस बात का डर है कि ये प्रजाति प्रशांत तट से विलुप्त होने की कगार पर है.

द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस व्हेल ने अपने दो बच्चे खो दिए हैं. 14 साल पहले इस व्हेल ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया था, जो जीवित है. दूसरे बच्चे की 2018 में मौत हो गई. इसके बाद 2020 में उसने अपने तीसरे बच्चे को जन्म दिया, जो अभी स्वस्थ है. व्हेल के चौथे बच्चे को 'J61' नाम दिया गया था. शुरुआत में रिसर्च सेंटर इस बच्चे के लिए आशावादी था. लेकिन बाद में उन्हें लगा कि वो बीमार है. रिसर्च सेंटर ने 23 दिसंबर को बताया था,

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“ओर्का के नए बच्चों के लिए शुरुआती जीवन हमेशा खतरनाक होता है, पहले साल में मृत्यु दर बहुत अधिक होती है. J35 एक अनुभवी मां है, और हमें उम्मीद है कि वो J61 को इन मुश्किल शुरुआती दिनों में जीवित रखने में सक्षम होगी.”

ये भी पढ़ें: सौ साल बाद समुद्र में लौट आई ये व्हेल, पता है इंसानों को कितना फायदा होगा?

अफसोस कि J61 अब जीवित नहीं है. उसकी मौत के बाद रिसर्ट सेंटर ने लिखा,

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“इस लुप्तप्राय आबादी में किसी भी बच्चे की मौत एक बहुत बड़ी क्षति है. J35 ने पहले जिन दो बच्चों को खोया है वो मादा थीं. J61 भी एक मादा थी.”

रुला देगी 2018 वाली कहानी
J35 Whale with dead calf
J35 अपने उस बच्चे के साथ, जिसकी 2018 में मौत हो गई थी. (तस्वीर: सेंटर फॉर व्हेल रिसर्च)

2018 में J35 के बच्चे की जन्म के कुछ देर बाद ही मौत हो गई थी. इसके बाद उसके झुंड के बाकी सदस्य उसे छोड़कर चले गए. लेकिन J35 ने अपने मृत बच्चे को नहीं छोड़ा. देखा गया कि कम से कम 4 दिनों तक ‘व्हेल मां’ उसे अपने साथ लेकर समुद्र में तैरती रही. रिसर्च सेंटर ने बताया कि बच्चे का शव समुद्र में डूब रहा था और J35 उसे बार-बार बाहर निकाल रही थी. वो उसे अपने माथे पर सहारा देकर समुद्र की लहरों में धकेल रही थी. कई दिनों तक उसने अपने मृत बच्चे को सहारा देना और धकेलना जारी रखा था.

‘किलर व्हेल’ लंबे समय तक जीवित रहती हैं. माना जाता है कि ग्रैनी नाम की एक ओर्का, 2016 में अपनी मृत्यु से पहले 106 साल तक जीवित रही थी. लेकिन अब जानकारों का कहना है कि अगर इनकी संख्या बढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया गया तो ये विलुप्त हो जाएंगे.

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