हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 6 सितंबर को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए विनेश फोगाट को अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है. इन सब घटनाक्रम पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है. इस क्रम में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह का बयान आया है. संजय सिंह ने बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट पर संगीन आरोप लगाए हैं. उन्होंने खिलाड़ियों के जंतर-मंतर पर हुए आंदोलन को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस पूरे आंदोलन की पटकथा कांग्रेस के कार्यालय में लिखी गई थी.
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चले- WFI के अध्यक्ष का बयान
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा के लिए बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को अपना उम्मीदवार घोषित किया. अब भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह का बयान आया है. उन्होंने दोनों खिलाड़ियों पर संगीन आरोप लगाए हैं.

आजतक से बातचीत में संजय सिंह ने कहा कि
कांग्रेस ने इसकी शुरुआत इसलिए की क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान जारी किया था कि भारतीय कुश्ती सुरक्षित हाथों में है. कुश्ती की बढ़ती लोकप्रियता कांग्रेस से पची नहीं. इसलिए कांग्रेस ने एक सुनियोजित षड्यंत्र रचा, जिसमें सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात है कि दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा ने बेटियों का इस्तेमाल किया है. बेटियों का इस्तेमाल करके एक आंदोलन को धार दी और आंदोलन कराया.
उन्होंने आगे कहा,
‘बृजभूषण शरण सिंह पर अगर किसी भी तरह का आरोप लगेगा तो हिंदुस्तान की जनता का परसेप्शन है कि वह कर भी सकते हैं, लेकिन उत्पीड़न जैसा आरोप लगाया जाना गलत था. क्योंकि बृजभूषण शरण सिंह के राजनीतिक जीवन की शुरुआत ही उनके कॉलेज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हुई थी. क्योंकि कुछ बच्चियों को उन्होंने शोहदों से बचाया था और फिर पूरे कॉलेज ने उनको हाथों-हाथ लिया और वह उस कॉलेज के महामंत्री भी चुन लिए गए. पहले दिन से ही बोला गया था कि पूरा आंदोलन सुनियोजित है, वह सारी चीज अब सामने आने लगी हैं. पूरे आंदोलन के पीछे दीपेंद्र, भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस है, और आज यह बात साबित हो गया है.’
इससे पहले भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व बृजभूषण शरण सिंह का बयान भी सामने आया. उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट ओलंपिक मेडल के लायक ही नहीं थी. उनके इस बयान पर संजय सिंह ने कहा कि मेडल किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे देश का होता है. और ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि वह मेडल लायक नहीं थीं, क्योंकि वह बाकी बच्चियों का हक मार के ओलंपिक में गईं.
यहां संजय सिंह ने सीधे तौर पर भारतीय कुश्ती को ओलंपिक में हुए मेडल के नुकसान के लिए विनेश फोगाट को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने भारत सरकार से यह मांग की कि पूरे आंदोलन की जांच कराई जाए और इन तीन लोगों (विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक) पर देशद्रोह का भी मुकदमा चलाया जाए.
संजय सिंह ने आगे कहा,
‘बजरंग पुनिया का कहना है कि आंदोलन के दौरान अगर पीएम मोदी उन लोगों को फोन करते तो सब कुछ ठीक हो जाता. तो क्या ऐसा होने पर उत्पीड़न का आरोप भी खत्म हो जाता? इससे साबित होता है कि आंदोलन अपने ईगो के लिए लड़ा जा रहा था.’
इसके अलावा संजय सिंह ने महिला पहलवान साक्षी मलिक पर भी प्रतिक्रिया दी. दरअसल, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने कांग्रेस का दामन थामा, लेकिन अब तक साक्षी मलिक ने खुद को राजनीति से दूर रखा है. इसपर उन्होंने कहा,
‘साक्षी मलिक का चुनाव नहीं लड़ना उनका अपना व्यक्तिगत निर्णय है, लेकिन खेल का उन्होंने बंटाधार तो कर ही दिया है. वह राजनीति करें, चाहे ना करें, लेकिन भारतीय कुश्ती संघ का कुछ नहीं कर सकती हैं.’
उन्होंने आगे कहा,
‘आंदोलन की कलई खुल चुकी है. पूरा देश इस बात को जान चुका है. हरियाणा के सारे खिलाड़ी, जनता हम लोगों के साथ हैं और अभी इनको चुनाव में भी अच्छा परिणाम मिलेगा और यहां भी राजनीति में हारेंगी. बजरंग पुनिया अभी मठाधीशी करने के मूड में होंगे, इसलिए चुनाव नहीं लड़ना चाह रहे होंगे. हो सकता है एक ही टिकट की डील हुई हो.’
इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर निशाना साधा. बृजभूषण ने आरोप लगाया कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने लड़कियों के सम्मान के लिए आंदोलन नहीं किया था बल्कि राजनीति के लिए इन्होंने महिलाओं का इस्तेमाल किया और महिलाओं का अपमान किया. उन्होंने कहा कि अब ये स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस ने उनके खिलाफ षड़यंत्र रचा था.
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