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भोपाल: रात में अचानक क्लोरीन गैस हुई लीक, सांस लेने में दिक्कत होने लगी, क्या हुआ आगे?

900 किलो के क्लोरीन गैस के सिलेंडर का नोज़ल खराब हो गया.

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भोपाल के प्लांट में क्लोरीन गैस लीक (फोटो- आजतक)

मध्य प्रदेश में भोपाल के एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बुधवार, 26 अक्टूबर की रात क्लोरीन गैस लीक (Bhopal Water Treatment Plant Chlorine Gas Leak) के चलते लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. इसके बाद तीन लोगों को अस्पताल तक में भर्ती कराना पड़ गया. घटना में कई और लोग भी बीमार हुए हैं. उन्होंने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत की.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक घटना भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी की है. 26 अक्टूबर को देर रात यहां क्लोरीन गैस फैलने से हड़कप मंच गया. लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. तीन लोगों को सांस लेने में तकलीफ के चलते हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना की सूचना मिलने पर भोपाल कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर मौके पर पहुंचे. 

900 किलो के क्लोरीन सिलेंडर में गड़बड़ी

नगर निगम की टीम ने जांच की तो पता चला कि इलाके में बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगे 900 किलो के क्लोरीन गैस के सिलेंडर का नोज़ल खराब हो गया था. इसी वजह से उसमें से गैस लीक होने लगी. नगर निगम की टीम ने सिलेंडर को तुरंत पानी में डाला. इस तरह गैस को हवा में मिलने से रोका गया. इसके बाद 5 किलो कास्टिक सोडा डालकर गैस लीकेज को बंद किया गया.

भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने ANI को बताया,

“भगदड़ जैसी कोई स्थिति नहीं थी और घटना में कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ. केवल कुछ लोगों को एहतियात के तौर पर अस्पताल ले जाया गया था. मैंने डॉक्टरों से बात की थी, चिंता की कोई बात नहीं है.”

कलेक्टर ने आगे कहा,

“सिलेंडर की एक्सपायरी डेट से संबंधित कोई समस्या नहीं थी. वो ठीक तरह से काम कर रहा था.  हम अपने दैनिक जीवन में सिलेंडर के साथ काम करते हैं, इसलिए कुछ सालों में ऐसी घटनाएं होने की संभावना है.”

गैस राहत मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल की मेयर मालती राय भी मौके भी पहुंचे और फिर अस्पताल का दौरा भी किया. मामले को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा,

“भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी में क्लोरीन गैस टैंक के लिकेज होने से लोगों को आंखों में जलन एवं सांस लेने में तकलीफ़ व कुछ लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर सामने आयी है. इस मामले में सभी पीड़ित लोगों के इलाज की पूर्ण व्यवस्था हो. इस पूरे मामले की जांच हो. सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं.”

घटना के बाद एहतियातन प्रभावित इलाके में गुरुवार, 27 अक्टूबर को पानी की सप्लाई नहीं की जाएगी. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस पूरे हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. आजतक से फ़ोन पर बात करते हुए विश्वास सारंग ने कहा कि 'ईदगाह हिल्स स्थित मदर इंडिया कॉलोनी में क्लोरीन के टैंक में रिसाव होने की घटना की बारीकियों से समीक्षा कर विस्तृत जांच हेतु निर्देश दिए गए हैं.  जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. इसकी पुनरावृत्ति रोकने हेतु प्रभावी कदम भी उठाये जाएंगे, ऐसा विश्वास सारंग ने कहा.

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