"श्री सौमित्र चटर्जी का निधन विश्व सिनेमा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूरे देश के सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके निधन से अत्यंत दुख हुआ है। परिजनों और प्रशंसकों के लिए मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!"
मशहूर बंगाली फिल्म अभिनेता सौमित्र चटर्जी का कोलकाता में निधन
2004 में पद्म भूषण से किए गए थे सम्मानित.
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मशहूर बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी (फाइल फोटो)
बंगाली फिल्मों के मशहूर अभिनेता सौमित्र चटर्जी का 85 साल की उम्र में निधन हो गया. उनका निधन कोलकाता के एक निजी अस्पताल में हुआ. 6 अक्टूबर को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अलग वार्ड में शिफ्ट किया गया था. न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम पिछले 40 दिनों में सौमित्र चटर्जी के स्वास्थ्य को फिर पटरी पर लाने का प्रयास कर रही थी. लेकिन कोई भी कोशिश सफल नहीं हो पा रही थी. कोरोना रिकवरी के बाद होने वाले प्रभाव के कारण उनके शरीर में इंफेक्शन लगातार बना हुआ था. उन्हें वेंटिलेटर स्पोर्ट पर रखा गया था. उन्होंने 15 नवंबर को दोपहर 12:15 बजे अंतिम सांस ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सौमित्र चटर्जी के निधन पर ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है-
सौमित्र के निधन से उनके फैन्स भी दुखी हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
कौन थे सौमित्र चटर्जी? सौमित्र चटर्जी को बंगाली सिनेमा का लेजेंड कहा जाता है. 1959 में 'अपुर संसार' फ़िल्म से करियर की शुरुआत करने वाले सौमित्र ने ऑस्कर विजेता फ़िल्म डायरेक्टर सत्यजीत रे के साथ 14 फिल्मों में काम किया था. चारुलता, अभिजान, झिंदर बंदी और आकाश कुसुम जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया. उनके एक्सप्रेसन और उनकी दमदार एक्टिंग के कारण वो फ़िल्म निर्माताओं और दर्शकों के प्रिय थे. सौमित्र फ़िल्मी दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित थे. उन्हें तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी मिला. इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड और 7 फ़िल्म फेयर अवॉर्ड मिला. 2004 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मनित किया गया था.
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