बहुत लंबे में नहीं बताएंगे. बहुत हार्ट टचिंग स्टोरी. बहुत कम शब्दों में. पुणे की एक बच्ची है. वैशाली यादव. उसके दिल की सर्जरी कराई पीएम ऑफिस ने. अपनी प्रायोरिटी पर. और सर्जरी का पूरा खर्चा भी वहीं से उठाया गया. दरअसल वैशाली के दिल में छेद था. उसके पापा पेंटर हैं. लेकिन काम का कोई ठिकाना नहीं. बिटिया के ऑपरेशन में तीन लाख रुपए लगाने की हैसियत नहीं थी. तो वैशाली ने एक चिट्ठी में लिखा 'मोदी सरकार मला मदत पाहिजे.' यानी मोदी सरकार मेरी हेल्प कीजिए. और ये चिट्ठी अपने स्कूल के आई कार्ड के साथ पोस्ट कर दी. पीएम ऑफिस से वापस चिट्ठी आई. वहां के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के पास. कि पुणे के अच्छे से अच्छे हॉस्पिटल में इसका इलाज कराया जाए. फिर रूबी हॉल क्लीनिक में उसका ऑपरेशन हुआ. वैशाली और उसके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है. [facebook_embedded_post href="https://www.facebook.com/ANINEWS.IN/?fref=ts"]
'सुषमा जी प्लीज हेल्प, हमारे पापा की लाश सऊदी अरब में फंसी है' 'शुक्रिया सुषमा स्वराज, आपकी वजह से मैं डॉक्टर बन जाऊंगी' 'थैंक्यू सुषमा स्वराज, आपने मेरे पति को समुद्री लुटेरों से बचाया' सुषमा जी आप करो, ईरान वाले नहीं करते भावना का सम्मान
थैंक्यू PM मोदी, वैशाली के दिल का छेद भरने के लिए
वैशाली 6 साल की है. इसके दिल में छेद था. उसने पीएम को चिट्ठी लिखी और उसका पूरा इलाज सरकारी खर्च पर हुआ.
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फोटो - thelallantop
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