मैं कुछ दिन के लिए अपने रिश्तेदार की गाड़ी लेकर आया था. विभागीय पहचान सुनिश्चित करने के लिए अन्य अफसरों की तरह मैंने भी अपनी कार के नम्बर प्लेट पर उत्तर प्रदेश सरकार का लोगो लगाया था. जाति शब्द लिखे वाहनों पर कार्रवाई शुरू होने की जानकारी नहीं थी. अगर पहले से पता होता तो मैं खुद ही हटा देता. कानून का सभी को पालन करना चाहिए. अनजाने में यह गलती हुई है. कार्रवाई का सम्मान करता हूं.मामले पर ट्रैफिक इंजार्च का विनोद यादव का कहना है कि हमारा उद्देश्य बड़ा चालान करना है जिससे लोगों में ऐसी हरकत को लेकर डर पैदा हो, हम उन्हें गलती का अहसास भी कराना चाहते हैं. नंबर प्लेट पर कुछ भी लिखा होने पर मोटर व्हीकल एक्ट और शीशों पर कुछ भी लिखे होने पर दूसरी धाराओं में दंड लगाते हैं. एक नागरिक की पीएमओ ग्रीवांस सेल में जातिसूचक शब्द गाड़ी पर लिखने को लेकर चिट्ठी पहुंची थी. उस पर एक्शन लेते हुए पीएमओ ने यूपी सरकार को निर्देश दिए. इसके बाद उन गाड़ियों पर चुन-चुन कर जुर्माना लगाया जा रहा है जिन पर लोगों ने अपनी जाति का नाम लिख रखा है.
कार पर सरनेम लगाकर घूम रहे थे 'साहब', यूपी पुलिस ने पांच हजार का चालान काट दिया
खुद पर ऐक्शन होने के बाद अफसर ने क्या कहा?
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यूपी के महाराजगंज में कलेक्ट्रेट में खड़ी एक सरकारी अधिकारी की गाड़ी का चालान इसलिए कट गया क्योंकि उन्होंने वाहन पर जाति सूचक स्टीकर लगा रखा था.
गाड़ियों की नंबर प्लेट पर, उसके शीशों पर अपनी जाति और सरनेम का भौकाल टाइट करने वालों को यूपी पुलिस चुन-चुनकर टाइट कर रही है. मतलब उनका चालान काट रही है. और इस बार केवल आम जनता नहीं, खास लोग भी पुलिस के स्कैनर से बचन नहीं पा रहे हैं. आजतक के रिपोर्टर अमितेश त्रिपाठी के अनुसार, महराजगंज में ट्रैफिक पुलिस ने एक सरकारी अधिकारी की गाड़ी का चालान कर दिया. महाराजगंज के जिला खाद्य विपणन अधिकारी (RMO) की कार कलक्टरेट परिसर में खड़ी थी. उनकी कार में पीछे के शीशे पर 'श्रीनेत' का स्टिकर लगा हुआ था. ट्रैफिक पुलिस ने खड़ी कार पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया. इस कार्रवाई से कलक्टरेट में हड़कंप मच गया है. सख्ती देख बाकी लोग भी अपनी गाड़ियों पर लिखे जाति सूचक शब्दों को खुरचकर मिटाते नजर आए. पीएमओ के निर्देश के बाद यूपी सरकार में हरकत पीएमओ से मिले निर्देश के बाद यूपी की सरकार ने जातिगत नाम लिखी गाड़ियों के चालान की मुहिम चला रखी है. ज्यादातर मामलों में कार्रवाई नेमप्लेट पर सरनेम लिखाने को लेकर ही हुई है. हालांकि, अधिकारी की कार पर डबल चालान हुआ है. एक तो सरनेम लिखा था, दूसरा नंबर प्लेट पर यूपी सरकार का लोगो भी चिपका था. कार्रवाई के बाद हेड कांस्टेबिल ने खुद ही खुरचकर कार से श्रीनेत शब्द को मिटाया. 'रिश्तेदार की गाड़ी है, कार्रवाई का सम्मान है', इस एक्शन पर RMO सफाई भी दी है. उन्होंने कहा कि गाड़ी उनकी नहीं बल्कि उनके रिश्तेदार की है. पीछे के शीशे पर श्रीनेत शब्द का स्टिकर रिश्तेदार ने ही लगाया था. उनका कहना है
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