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शहीद की मां को चेक देकर फोटो खिंचाते UP के मंत्री की सफाई, बोले- 'वो तो उन्होंने प्रेम से कहा था...'

मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने मामले को गलत तरीके पेश किया और मीडिया ने बिना पक्ष जाने वीडियो वायरल कर दिया.

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रोती बिलखती शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता की मां. (तस्वीर:सोशल मीडिया)

शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के घर चेक लेकर फोटो खिंचाने पर बुरी तरह घिरे यूपी के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की सफाई आई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने मामले को गलत तरीके पेश किया और मीडिया ने बिना पक्ष जाने वीडियो वायरल कर दिया. उन्होंने कहा कि 

जिस समय की वीडियो वायरल हो रही है, उस दौरान परिवार वाले ही शहीद कैप्टन की मां को बाहर लेकर आए थे. चेक देने के दौरान ही प्रेस वाले फोटो खींचने लगे. इस पर कैप्टन शुभम की मां ने प्रेम से कहा कि प्रदर्शनी मत लगाइए.

योगेंद्र उपाध्याय का कहना है कि शहीद कैप्टन शुभम और उनके बीच पारिवारिक संबंध रहे हैं. शुभम को वो बचपन से जानते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में वो शुभम के घर फोटो खिंचवाने क्यों जाएंगे. मंत्री का कहना है कि मुख्यमंत्री ने शहीद की माता और पिता के नाम 25-25 लाख के चेक भेजे थे. साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहर में एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा.

यूपी के मंत्री ने ये बयान मिर्जापुर में दिया. मंत्री एक विद्यालय की प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण करने गए थे. इसी दौरान उनसे जब उनसे वीडियो के बारे में पत्रकारों ने सवाल पूछे तो उन्होंने अपनी सफाई में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि रात साढ़े 10 बजे उन्हें शुभम के शहीद होने की खबर मिली, तब वो एक सुदूर गांव में था. वहां से तुरंत निकले और रात 2 बजे शहीद कैप्टन के घर पहुंचे.  

आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन शुभम गुप्ता

22 नवंबर को जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ में कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हुए थे. उनके परिवार से मिलने मंत्री योगेंद्र उपाध्याय शहीद कैप्टन के आगरा स्थित घर पहुंचे थे. जवान बेटे की मौत के बाद से परिवार गहरे सदमे में था. कैप्टन शुभम गुप्ता की मां का रो-रोकर बुरा हाल था. उनकी जुबान पर सिर्फ एक बात थी- मुझे बेटा वापस ला दो. ऐसी हालत में योगी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय वहां पहुंचते हैं और सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता का चेक रोती मां को देते हैं. लेकिन इस दौरान मंत्री और उनके साथ आए लोग फोटो खिंचाने की परंपरा नहीं छोड़ पाए. उधर शहीद की मां रो जा रही थीं, इधर मंत्री का फोटो खिंचाए बिना वहां से जाने के मूड में नहीं थे. हारकर मां को ही कहना पड़ा कि यहां प्रदर्शन मत लगाओ. और ये कहते ही वो बुरी तरह बिलख पड़ी. उन्होंने कहा-

'प्रदर्शनी मत लगाओ. मुझे ये सबकुछ नहीं चाहिए. मेरे बेटे को बुला दो. मेरी सबकुछ खत्म हो गया. मेरे बेटे शुभम आ जाओ.'

वीडियो सामने आने के बाद मंत्री योगेंद्र उपाध्याय बुरी तरह आलोचना का शिकार हुए.