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संस्कृत एग्जाम में टॉप कर गया मुस्लिम लड़का, बचपन से ही था सब्जेक्ट में इंटरेस्ट

UP में इरफान ने गजब कर दिया

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इरफान को बचपन से ही संस्कृत पढ़ने का शौक था | फोटो: सोशल मीडिया/आजतक

संस्कृत की परीक्षा में एक मुस्लिम छात्र ने टॉप किया है. ये हुआ है उत्तर प्रदेश में. बुधवार, 3 मई को यूपी माध्यमिक संस्कृत शिक्षा बोर्ड का 10वीं और 12वीं का रिजल्ट आया. कुछ देर बाद टॉपर्स के नाम का ऐलान हुआ. पता लगा 12वीं के टॉपर का नाम इरफान है (UP Sanskrit Board Topper Irfan). 12वीं की परीक्षा में इरफान के 82.71 परसेंट नंबर आए हैं. दूसरे नंबर पर छात्रा गंगोत्री देवी हैं, जिनके 80.57 परसेंट नंबर हैं. वहीं 10वीं की परीक्षा में बलिया जिले के आदित्य ने 92.50 परसेंट नंबर के साथ टॉप किया है. 12वीं के टॉपर इरफान अकेले ऐसे मुस्लिम छात्र भी हैं जो 10वीं और 12 वीं की परीक्षाओं में शीर्ष 20 में हैं.

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पिता ने बताया इरफान संस्कृत क्यों पढ़ रहा है?

इरफान चंदौली जिले के ज़िंदासपुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता सलाउद्दीन बीए पास हैं और खेती करते हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने पिता सलाउद्दीन से बात की. उनसे सवाल किया कि जब उनके बेटे ने संस्कृत को चुना तो क्या उन्हें इससे कोई परेशानी हुई?

इस पर उन्होंने कहा,

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'कोई समस्या नहीं हुई, कुछ भी नहीं. मैं खुश था कि उसने एक अलग विषय चुना और मैंने उसे प्रोत्साहित किया. ये अजीब सी बात लगती है, क्योंकि हम मुसलमान हैं, लेकिन इरफान की रुचि इस विषय में थी इसलिए मैंने उसे नहीं रोका. ये चीजें हमारे लिए मायने नहीं रखतीं.'

इरफान के पिता सलाउद्दीन ने आगे कहा

'हम इस सोच से सहमत नहीं हैं कि केवल हिंदुओं को संस्कृत का अध्ययन करना चाहिए और केवल मुसलमानों को उर्दू का. अगर कोई स्टूडेंट स्कूल के अपने शुरूआती दिनों में यानी निचली क्लासेज में इन सब्जेक्ट्स को पढ़ता है तो वो आगे जाकर भी इन्हें चुन सकता है. इसमें भला गलत क्या है? मुझे तो कुछ भी गलत नहीं लगता.'

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इस दौरान इरफान के पिता ने ये भी बताया कि उनका बेटा आगे भी संस्कृत में पढ़ाई करना चाहता है. और इसके लिए वो आगे भी उसे नहीं रोकेंगे.

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