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कन्हैया लाल का पहले समझौता हो चुका था, फिर भी हो गया मर्डर!

थाने में समझौता हुआ था कि कन्हैयालाल को कोई परेशान नहीं करेगा. समझौता करवाने वाला पुलिसकर्मी सस्पेंड हो गया.

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कन्हैयालाल और हत्या के दोनों आरोपी (फोटो- वीडियो स्क्रीनग्रैब)

उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या (Kanhaiya Lal Murder) मामले में धानमंडी थाने के ASI भंवरलाल को सस्पेंड कर दिया गया है. भंवरलाल ने ही कन्हैयालाल और उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने वालों के बीच समझौता करवाया था. दरअसल, कन्हैयालाल के फोन से कुछ दिन पहले बीजेपी की निलंबित नेता नुपूर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पर एक पोस्ट हुआ था. ये पोस्ट नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद की गई थी. इसी पोस्ट को लेकर नाजिम नाम के शख्स ने कन्हैयालाल के खिलाफ केस दर्ज कराई थी. इसके बारे में थाने ने कन्हैयालाल को 11 जून को जानकारी दी थी.

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कन्हैयालाल की शिकायत

कन्हैयालाल ने भी 15 जून को धानमंडी थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने कहा था कि कुछ दिन पहले उनके बेटे ने गेम खेलते समय फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट कर दी थी जिसकी जानकारी उन्हें नहीं थी. कन्हैयालाल ने शिकायत में लिखा, 

"दो दिन बाद दो व्यक्ति मेरी दुकान पर आए और मुझसे फोन लेकर पोस्ट डिलीट कर दिया और कहा कि आइंदा से ऐसा मत करना. जब मुझे थाने में रिपोर्ट का पता चला तो वहां गया. मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाला नाजिम मेरा पड़ोसी ही था. उसने मुझे बताया कि वो अपने समाज के दबाव में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. उसने बताया भी कि आपको मोबाइल चलाना नहीं आता है और आप ये पोस्ट नहीं कर सकते हो."

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कन्हैयालाल ने अपनी शिकायत में कहा था कि नाजिम और उसके साथ 5 लोग तीन दिन से उनकी दुकान की रेकी कर रहे हैं. उन्हें दुकान नहीं खोलने दे रहे थे. उन्होंने शिकायत में यह भी कहा था कि उनका फोटो वायरल किया गया और जान से मारने की बात कही गई. कन्हैयालाल ने पुलिस से अपील की थी कि नाजिम और उसके दोस्तों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. उसने पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की थी.

समझौते में क्या हुआ?

आजतक से जुड़े शरत कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैयालाल को कई दिनों से धमकी मिल रही थी. मामला बढ़ने के बाद पुलिस ने समझौता कराने की कोशिश की. एसएचओ ने धमकी देने वाले लोगों को बुलाया. दोनों तरफ के पांच-पांच लोगों ने साथ बैठकर समझौता किया. दोनों तरफ से कहा गया कि उन्हें कोई कार्रवाई नहीं चाहिए. कन्हैयालाल के खिलाफ रिपोर्ट करने वाले नाजिम खान ने कहा कि उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा.

नाजिम खान ने 15 जून को धानमंडी थाने को एक पत्र में लिखा है, 

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"मैंने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट वायरल होने पर कन्हैयालाल तेली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें कानूनी कार्रवाई पूरी हो चुकी है. मेरे और कन्हैयालाल जी के बीच आपसी बातचीत होकर समझौता हो चुका है. मैं और मेरा दोस्त कभी कन्हैयालाल की दुकान की तरफ जाकर कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं करेंगे."

कन्हैयालाल को फिर मिली धमकी

इसी तरह का एक पत्र कन्हैयालाल ने भी थाने को लिखा था. उन्होंने कहा था कि वे कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं. हालांकि इस समझौते के बाद भी मोहम्मद रियाज (अब गिरफ्तार) नाम के शख्स ने 17 जून को एक वीडियो बनाया. इस वीडियो में उसने कन्हैयालाल को खुलेआम मारने की धमकी दी. फिर, 28 जून को कन्हैयालाल की गला रेतकर हत्या कर दी गई. राजस्थान पुलिस ने हत्या के कुछ घंटे बाद दोनों आरोपियों मोहम्मद रियाज अख्तारी और मोहम्मद गोस को गिरफ्तार कर लिया.

इस घटना के बाद पूरे राजस्थान में धारा-144 लागू कर दी गई है. वहीं उदयपुर, दौसा और अजमेर में सुरक्षा को देखते हुए इंटरनेट बंद किया गया है. राजस्थान सरकार ने कन्हैयालाल के परिवारवालों के लिए 31 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. साथ ही परिवार के दो सदस्यों को कॉन्ट्रैक्ट पर नौकर दी जाएगी.

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