बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का एक वीडियो शेयर किया था. दावा किया था कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह से अपने जूते के फीते बंधवाए. 21 दिसंबर को वीडियो शेयर कर मालवीय ने राहुल गांधी को "घमंडी, बिगड़ैल" बताया था. अब ट्विटर ने इस वीडियो को 'भ्रामक' बता दिया है.
अमित मालवीय ने राहुल गांधी का वीडियो डाला था, ट्विटर ने कहा- "झूठा दावा है"
अमित मालवीय ने कहा था कि राहुल गांधी एक पूर्व केंद्रीय मंत्री से जूते के फीते बंधवा रहे हैं, वो बिगड़ैल हैं.
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ट्विटर ने अमित मालवीय के ट्वीट के नीचे एक नोट चस्पा कर दिया है, "यह मीडिया संदर्भ से बाहर पेश किया गया है." ट्विटर इस तरह के नोट फर्जी जानकारी शेयर करने पर लगाता है.
हालांकि अमित मालवीय ने वीडियो शेयर कर जो लिखा था, वो पहले ही झूठा साबित हो गया था. मालवीय ने लिखा था,
असल में क्या हुआ था?“राहुल गांधी के जूते का फीता बांधने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह घुटने के बल बैठ गए. खुद अपनी मदद करने (अपने जूते का फीता बांधने) की बजाए वो घमंडी बिगड़ैल उनकी पीठ थपथपाते नज़र आ रहा है. इसी परिपाटी की बात कर रहे थे खड़गे जी? कांग्रेस में पिद्दियों की कमी नहीं है.”
अमित मालवीय के ट्वीट के बाद कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ने बताया कि यात्रा में चलते हुए उनके जूते के फीते खुल गए, तभी राहुल गांधी जी की नजर पड़ी और उन्होंने फीते बांध लेने को कहा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने जो जूते पहने थे उसमें फीते ही नहीं थे. इस छोटी सी बात को गलत तरीके से पेश कर देश को गुमराह करने के लिएअमित मालवीय को राहुल गांधी से माफी मांगनी चाहिए. जितेंद्र सिंह ने कहा था कि अगर अमित मालवीय अपने ट्वीट को नहीं हटाते हैं तो वो उन पर मानहानि का केस करेंगे.
इस वीडियो को सिर्फ अमित मालवीय ने नहीं, बल्कि बीजेपी के कई नेताओं ने शेयर किया था. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इसी से जुड़ा एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें जितेंद्र सिंह खुद के जूते का फीता बांधते दिख रहे हैं.
पहले भी गलत साबित हुए मालवीयइससे पहले बीती 5 अगस्त को भी अमित मालवीय ने राहुल गांधी के एक वीडियो को शेयर कर 'काफी खतरनाक' बताया था. उन्होंने जो वीडियो क्लिप शेयर किया था वो सिर्फ 4 सेकंड का था. जबकि जिस वीडियो से इसे क्रॉप किया गया था वो 33 मिनट का था. मालवीय ने जो हिस्सा शेयर किया था उसमें राहुल गांधी कह रहे थे, "हम हिंदुस्तान के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लड़ रहे हैं."
जबकि राहुल गांधी की पूरी बात सुनने पर पता चलता है कि उनके जिस छोटे से बयान को मालवीय ने शेयर किया था, वो पूरी तरह संदर्भ रहित था. उस वीडियो में राहुल कह रहे थे कि हिंदुस्तान के आज सभी संस्थान स्वतंत्र नहीं हैं. हिंदुस्तान के सभी संस्थान आज आरएसएस के नियंत्रण में है. RSS का एक व्यक्ति हर संस्थान में बैठा है. उन्होंने कहा था कि हम एक राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं, हम हिंदुस्तान के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लड़ रहे हैं.
वीडियो: राहुल गांधी को मोदी सरकार ने चिट्ठी लिख यात्रा रोकने को कहा, जवाब क्या मिला?















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