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पाकिस्तान को ड्रोन देने वाली तुर्किए की कंपनी के लिए बुरी खबर, MP के मेट्रो प्रोजेक्ट में मिला कॉन्ट्रैक्ट खतरे में

भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में Asis Elektronik को पैसे वसूलने का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. इस पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का बयान आया है.

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भारत में मार गिराए गए ड्रोन की तस्वीर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ तुर्किए के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगान. (India Today/X)

पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए को अब तक छोटे-छोटे झटके लग रहे थे. लेकिन मध्यप्रदेश से जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक इस बार तुर्किए को तगड़ा झटका लगने वाला है. तुर्किए की जो कंपनी पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया करा रही थी, उसी को मध्यप्रदेश के मेट्रो प्रोजेक्ट्स में टिकट के पैसे वसूले का कॉन्ट्रैक्ट मिला था. अब खबर आ रही है कि मध्यप्रदेश सरकार इस कॉन्ट्रैक्ट पर पुनर्विचार कर सकती है.

मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया साइट X पर इस बात के संकेत दिए हैं. उन्होंने लिखा,

तुर्किये की कंपनी “असिस गार्ड”, जो ड्रोन निर्माण में संलग्न है, उस पर आरोप है कि उसके बनाए गए ड्रोन हाल ही में भारत विरोधी गतिविधियों में प्रयोग किए गए. गंभीर तथ्य यह है कि यही कंपनी 'असिस' वर्तमान में भोपाल और इंदौर मेट्रो परियोजनाओं में डिजिटल प्रणाली के कार्य हेतु अनुबंधित है. इस संदर्भ में अधिकारियों को तथ्यों की गहन एवं निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं. यदि यह पाया जाता है कि कंपनी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भारत विरोधी तत्वों से संबंध है अथवा इसके उत्पादों का उपयोग भारत की सुरक्षा के विरुद्ध हुआ है तो कंपनी का अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा. हम राष्ट्र के सम्मान, सुरक्षा और आत्मगौरव के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे.

2019 से मध्यप्रदेश के भोपाल और इंदौर में मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. और पिछले साल मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोशन लिमिटडेट (MPMRCL) ने ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन का कॉन्ट्रैक्ट दिया तुर्किए की Asis Elektronik को. मेट्रो रेल न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक MPMRCL ने मार्च 2022 में 230 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट के लिए आवेदन मांगे. लेकिन Asis Elektronik ने 186.52 करोड़ रुपये की बोली लगाकर कॉन्ट्रैक्ट अपने नाम कर लिया.

लेकिन अब Asis Elektronik का कॉन्ट्रैक्ट खतरे में पड़ सकता है. कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने इस बात के संकेत दे दिए हैं.

दरअसल, पहलगाम के बाद जब भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर बमबारी की तो उधर से ड्रोन हमले किए. 7 मई से लेकर 10 मई तक पाकिस्तान से सटे राज्यों में सैकड़ों ड्रोन से हमले किए गए. ये ड्रोन पाकिस्तान के नहीं थे. उसने ये ड्रोन खरीदे थे तुर्किए की ASISGUARD (असिसगार्ड) कंपनी से. ASISGUARD अस्तित्व में आई 2018. और इसी की पैरेंट कंपनी है Asis Elektronik. यही वजह कि भोपाल और इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट में पैसे वसूलने का कॉन्ट्रैक्ट पाने वाली Asis Elektronik का नुकसान हो सकता है.

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