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भीलवाड़ा में किसने मंदिर के आगे फेंकी 'गाय की पूंछ'? गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया

Bhilwara Row: राजस्थान के भीलवाड़ा में एक मंदिर के पास एक पूंछ मिली थी, जिसे गाय की पूंछ बताया जा रहा है. पुलिस ने इस मामले में 8 संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ चल रही है.

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घटना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें धरना स्थल से हटाया. (तस्वीर-इंडिया टुडे)
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प्रमोद तिवारी

राजस्थान के भीलवाड़ा में एक धार्मिक स्थल के बाहर एक जानवर का अंग मिलने के बाद से तनाव है. कई हिंदू संगठनों के लोगों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. कलेक्ट्रेट ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों की ओर से पुलिस पर पथराव करने की भी खबर है. बताया जा रहा है कि इसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें धरना स्थल से हटाया. प्रदर्शनकारी घटना के आरोपियों के घर पर बुलडोजर एक्शन की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे.

भीलवाड़ा में हुआ क्या था?

रविवार, 25 अगस्त को भीलवाड़ा के एक मंदिर के बाहर एक पूंछ मिलने की सूचना पुलिस को दी गई थी. हजारों लोग घटनास्थल पर जमा हो गए थे. पुलिस की ओर से लोगों को भरोसा दिया गया कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारी पीछे नहीं हटे. 

भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक ने घटना की जानकारी देते हुए कहा था,

"दिन में दोपहर 11 बजे के आसपास पुलिस को सूचना मिली कि गाय की पूंछ धार्मिक स्थल के पास मिली है. तुरंत SHO कोतवाली मौके पर पहुंचे. वहीं (घायल) गाय को हॉस्पिटल ले जाकर ट्रीटमेंट कराया गया. मामले में FIR दर्ज कर आरोपियों का पता लगाया जा रहा है. घटनास्थल पर कुछ लोग, जनप्रतिनिधिगण और संत समाज के लोग थे. उनको समझाया गया."

हरि सेवा धाम के महंत हंसा राम के नेतृत्व में लोग घटनास्थल के पास ही धरने पर बैठ गए. घटना से नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दी थी. विवाद बढ़ता देख प्रशासन ने घटनास्थल पर भारी पुुलिस बल तैनात किया था.  वहीं उग्र हुए प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज भी किया.

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अगले दिन पुलिस पर पथराव

आजतक के प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट के मुताबिक घटना के एक दिन बाद 26 अगस्त को भी पूरे इलाके में गंभीर स्थिति रही. कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए अचानक पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए उन्हें धरना स्थल से हटाया.

अतिरिक्त जिला कलेक्टर (ADM) वंदना खोरवाल ने बताया,

“कल की घटना के बाद लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई थी. मगर यूथ इतना एग्रेसिव था कि उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद उन्हें खदेड़ना पड़ा. इस दौरान कोशिश रही कि किसी को गंभीर चोट न आए. खदेड़े गए लोगों की बाइक को हम जब्त कर रहे हैं. ये लोग शांति व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं होने दिए जाएगा. सुबह लोगों द्वारा शहर को बंद करने का भी प्रयास किया गया, जिन्हें रोका गया. पुलिस-प्रशासन इस काम में लगा हुआ है. जनता से अपील करती हूं कि किसी भी अफवाह में न आएं. जिन्होंने भी पत्थरबाजी की है, उन पर कार्रवाई की जाएगी.”

वहीं हरि सेवा धाम के महंत हंसा राम ने पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत से मुलाकात की. SP से मिलने के बाद उन्होंने कहा,

“पुलिस ने 2 दिन का समय मांगा है. पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद मामले की तह तक जाकर कार्रवाई करने की बात कही है. हमारे द्वारा आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर चलाने की मांग की जा रही है.”

पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि इस मामले में FIR दर्ज कर जांच जारी है. इस मामले में 8 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. 

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