कर्नाटक में BJP के कई विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है. बुधवार, 19 जुलाई को कर्नाटक विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. खबरों के मुताबिक BJP के विधायकों पर आरोप लगा कि सत्र के बीच चल रहे विरोध-प्रदर्शन के दौरान उन्होंने डिप्टी स्पीकर रुद्रप्पा लमानी पर कागज फेंक दिए. इसके बाद स्पीकर यूटी कादर ने ‘अशोभनीय और अपमानजनक आचरण’ के लिए BJP के 10 विधायकों को विधानसभा के इस सत्र से निलंबित कर दिया. 3 जुलाई को शुरू हुआ ये सत्र 21 जुलाई तक चलेगा.
BJP के 10 विधायक सस्पेंड, पूर्व CM बसवराज बोम्मई पुलिस हिरासत में, कर्नाटक में क्या हो गया?
कर्नाटक विधानसभा में भारी हंगामा हुआ.
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पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक यूटी खादर ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि सदन की कार्रवाई लंच के लिए नहीं रुकेगी. बजट पर चर्चा बिना ब्रेक के चलती रहेगी. BJP और जनता दल (सेक्युलर) के नेता इसके खिलाफ विरोध कर रहे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी बीच कुछ नेताओं ने डिप्टी स्पीकर पर कागज फेंके. विरोध की वजह एक और थी. कर्नाटक में BJP और जेडीएस (विपक्षी दल) आईएएस अधिकारियों के गैर-सरकारी इस्तेमाल पर भी सवाल खड़ा कर रही हैं.
दोनों पार्टियों का आरोप है कि 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई विपक्ष की बैठक में नेताओं के स्वागत में आईएएस अधिकारियों को लगाया गया था. इस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट कर जवाब दिया था,
'कई राज्यों के मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री जो आज कर्नाटक आए हैं, वो राज्य के अतिथि हैं. शिष्टाचार के तहत उनका स्वागत करने के लिए अधिकारियों को भेजा गया था. इसके अलावा राज्य सरकार का इस कार्यक्रम में कोई काम नहीं था. ऐसा शिष्टाचार पुरानी सरकारों में भी देखा गया है.'
10 विधायकों के निलंबन के खिलाफ कई BJP नेताओं ने प्रदर्शन किया. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी शामिल हैं. कर्नाटक पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे नेताओं को हिरासत में ले लिया है. बोम्मई ने विरोध के दौरान कहा कि ये प्रजातंत्र के लिए काला दिन है, इन 10 विधायकों को एक ‘छोटे से’ प्रदर्शन के लिए निलंबित कर दिया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी कई ट्वीट्स कर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. लिखा,
हंगामे पर कांग्रेस का बयान'सभ्य सरकार का काम है कि विपक्ष की बात सुने और उनके द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे. लेकिन कांग्रेस सरकार के इस बर्ताव से असभ्य शब्द का सिर शर्म से झुक गया है.'
विधानसभा में हुए विरोध को लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने BJP पर निशाना साधा. उन्होंने कहा,
'यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हमने सदन में कुछ दिशानिर्देश, कुछ नियम बनाए हैं. सदन के नियम हैं. उन्हें वहां जाने और विरोध करने से कोई नहीं रोकता है. कुछ बुनियादी अनुशासन है जिसका उन्हें (BJP को) पालन करना होगा. कुर्सी पर हमला करना कुछ ऐसा है जो हमने कर्नाटक विधानसभा में इससे पहले नहीं देखा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हम स्पीकर से भी इस पर कार्रवाई करने की अपील करते हैं. अगर इसे जाने दिया गया तो मुझे नहीं लगता कि सबकुछ ठीक से चलेगा.'
इंडिया टुडे से जुड़े अनघ से मिली जानकारी के मुताबिक स्पीकर के इस ऐक्शन को लेकर 12 BJP नेता गुरुवार, 20 जुलाई को राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात करेंगे.
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