एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने के मामले में टाटा संस के चेयरमैन का बयान आया है. टाटा संस की एयर इंडिया की फ्लाइट में शंकर मिश्रा नाम के यात्री ने दूसरी महिला यात्री पर पेशाब कर दिया था. अपने बयान में टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने माना कि एयर इंडिया इस मामले को ठीक से नहीं डील कर पाई.
फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने वाले केस में टाटा के चेयरमैन ने कहा- "हमसे गलती हुई"
फ्लाइट में मौजूद दूसरे यात्री ने कहा- "क्रू चाहते तो ऐसी घटना नहीं होती."

टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन की ओर से जारी बयान में कहा गया है,
26 नवंबर, 2022 को एयर इंडिया की उड़ान AI102 की घटना, एयर इंडिया में मेरे और मेरे सहयोगियों के लिए व्यक्तिगत पीड़ा का विषय रहा है. एयर इंडिया की प्रतिक्रिया और तेज होनी चाहिए थी. इस स्थिति से जिस तरह निपटना चाहिए था, उसमें हम असफल रहे. टाटा ग्रुप और एयर इंडिया अपने यात्रियों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरे विश्वास के साथ खड़े हैं. हम इस तरह की किसी भी घटना को रोकने या इससे निपटने की हर प्रक्रिया की समीक्षा और उसे ठीक करने की कोशिश करेंगे.
4 जनवरी को खबर आई थी कि एयर इंडिया की फ्लाइट में शंकर मिश्रा नाम के व्यक्ति ने एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दिया था. ये भी जानकारी आई थी कि फ्लाइट में महिला पर कथित रूप से पेशाब करने के दौरान आरोपी नशे में था.
इस मामले में उसी फ्लाइट में यात्रा कर रहे एक अन्य यात्री का बयान भी सामने आया है. न्यूज़ एजेंसी ANI की खबर के मुताबिक फ्लाइट में मौजूद यात्री सुगता भट्टाचार्य ने कहा क्रू पीड़ित महिला यात्री की सीट चेंज कर देते तो ऐसी घटना नहीं होती. उन्होंने बताया कि फर्स्ट क्लास में भी एक सीट खाली थी लेकिन क्रू ने ये कहते हुए मना कर दिया कि वहां पायलट आराम कर रहे हैं.
फ्लाइट में पेशाब करने का पूरा मामलाबुजुर्ग महिला 26 नवंबर, 2022 को एयर इंडिया की बिजनेस क्लास में न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही थीं. दोपहर के खाने के बाद बत्ती बंद होने पर आरोपी उनकी सीट पर आया. अपने पैंट की ज़िप खोली और पेशाब कर दिया. बताया जाता है कि पेशाब करने के काफी देर बाद भी वो व्यक्ति वहीं पर खड़ा रहा. घटना के बाद उसे आसपास के लोगों ने पकड़कर हटाया.
घटना 26 नवंबर को हुई, लेकिन इस मामले में एक्शन तब लिया गया जब महिला ने टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को एक पत्र लिखा. महिला ने चंद्रशेखरन को लिखा था कि क्रू मेंबर्स “काफी असंवेदनशील” थे. घटना के बाद उन्हें बस एक पैजामा और चप्पल दे दी गई थी. महिला के मुताबिक आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस पत्र के बाद एयरलाइन ने 28 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दी. साथ ही आरोपी पर 30 दिन का प्रतिबंध लगाया था.
दिल्ली पुलिस ने 7 जनवरी की सुबह शंकर मिश्रा को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस उसे दिल्ली लेकर आई थी. गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने शंकर मिश्रा को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. यहां से आरोपी शंकर मिश्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. कोर्ट के फैसले के बाद आरोपी के वकील ने जमानत याचिका दाखिल की. इस पर 11 जनवरी को सुनवाई होगी.
फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने वाला आदमी कौन निकला? क्या सज़ा मिलेगी?