विल्लुपुरम. तमिलनाडु का जिला. यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें कुछ लोग जमीन पर बैठे हैं और कुछ उनके पैर पर गिरे हुए दिखाई दे रहे हैं. बताया जा रहा है कि जो पहले से बैठे हैं वो सवर्ण हैं और पैरों में गिरते हुए लोग दलित. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने गांव के आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
दलितों ने समारोह आयोजित करने की परमीशन नहीं ली, सवर्णों के पैरों पर गिरने की सजा मिली!
आठ पर केस, जिसमें से छह फरार हैं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, वाकया ओट्टानाथल है. 12 मई को दलित समुदाय के परिवारों को ग्राम देवता की पूजा करनी थी. उसके लिए उन्हें एक समारोह आयोजित करना था. हालांकि इसके लिए उन लोगों ने परमीशन ली थी. पर समारोह में तय लोगों से ज्यादा भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन हो गया. फिर इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस मौके पर पहुंची और उसने भीड़ को हटने का आदेश दिया. वहीं समारोह को आयोजित करने वालों को अपने साथ तिरुवेन्नईल्लूर पुलिस स्टेशन ले गयी. वहां एक माफीनामा लिखवाया. साथ ही लिखित में ये भी लिया गया कि वो इस तरह की घटनाओं को दोबारा से नहीं दोहराएंगे. और इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया.