‘सुलभ इंटरनेशनल’ के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिंदेश्वर पाठक दिल्ली स्थित अपने ऑफिस में आयोजित एक समारोह में गए थे. वहां उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें AIIMS ले जाया गया. कुछ देर बाद ही बिंदेश्वर पाठक के निधन की खबर आई.
‘सुलभ इंटरनेशनल’ के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
बिंदेश्वर पाठक को भारत में शौचालय क्रांति लाने वाले शख्स के रूप में जाना जाता था.

बिंदेश्वर पाठक को भारत में शौचालय क्रांति लाने वाले शख्स के रूप में जाना जाता था. उनके निधन पर कई चर्चित हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है. इनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं.
आजतक से जुड़े शशि भूषण कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक बिंदेश्वर पाठक के एक सहयोगी ने बताया कि 15 अगस्त के अवसर पर पाठक ने दफ्तर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके तुरंत बाद वो गिर पड़े. उन्हें एम्स ले जाया गया. वहां दोपहर एक बजकर 42 मिनट पर उनकी मौत हो गई. पाठक की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है.
पीएम मोदी बोले देश के लिए बड़ी क्षति हैडॉक्टर बिंदेश्वर पाठक के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,
“डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक जी का निधन हमारे देश के लिए एक गहरी क्षति है. वो एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने सामाजिक प्रगति और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर किया. उन्होंने स्वच्छ भारत के निर्माण को अपना मिशन बनाया. स्वच्छ भारत मिशन को जबरदस्त समर्थन दिया. हमारी विभिन्न बातचीत के दौरान स्वच्छता के प्रति उनका जुनून हमेशा दिखता रहा. उनका काम कई लोगों को प्रेरणा देता रहेगा. इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ऊं शांति.”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिंदेश्वर पाठक के निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा,
वैशाली के रहने वाले थे पाठक“सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक श्री बिंदेश्वर पाठक के निधन का समाचार अत्यंत दुखदाई है. उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल की थी. उन्हें पद्म भूषण सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था. उनके परिवार तथा सुलभ इंटरनेशनल के सदस्यों को मैं अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करती हूं.”
बिंदेश्वर पाठक बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले थे. 80 वर्षीय पाठक को साल 1999 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. साल 2003 में विश्व के 500 उत्कृष्ट सामाजिक कार्य करने वाले व्यक्तियों की सूची में उनका नाम शामिल किया गया था. पाठक को एनर्जी ग्लोब सहित कई और पुरस्कार भी मिल चुके हैं.
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