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पश्चिम बंगाल: नहर में मिला बच्ची का शव, ट्यूशन से घर आ रही थी, पुलिस पर बड़े आरोप लग गए

South 24 Pargana ज़िले की घटना है. बच्ची का शव एक नहर में मिला है. इसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर गए. परिवार वालों ने बच्ची से रेप होने का आरोप लगाया है. पुलिस पर भी बड़े आरोप लगे हैं. लोगों ने गुस्से में पुलिस चौकी भी तोड़ दी है.

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पुलिस चौकी में जमकर तोड़फोड़ की गई. (फ़ोटो - PTI)

पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना ज़िले में 11 साल की बच्ची का शव नहर में मिलने के बाद इलाक़े में तनाव का माहौल है. बच्ची के परिवार और गांव वालों ने आरोप लगाया है कि उसके साथ रेप किया गया और फिर शव को नहर में फेंक दिया गया. शव के मिलने के बाद ज़िले में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. परिवार वालों का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे हैं. इसके कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. स्थानीय लोगों के एक पुलिस चौकी में आगजनी करने की भी ख़बर है.

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इंडिया टुडे से जुड़े अनुपम मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक़, बच्ची ट्यूशन क्लास से घर लौट रही थी, तभी वो लापता हो गई. इसके बाद परिवार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. लेकिन उनका आरोप है कि मदद मिलने के बजाय, उन्हें पुलिस से उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. 5 अक्टूबर की सुबह जब जयनगर इलाक़े में बच्ची का शव मिला, तो स्थानीय लोग बड़ी संख्या में इक्ट्ठे हो गए. भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया.

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न्यूज़ एजेंसी PTI की ख़बर के मुताबिक़, एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े कई वाहनों में तोड़फोड़ की और पुलिसकर्मियों को परिसर छोड़ने पर मजबूर कर दिया. इलाक़े में भारी पुलिस बल भेजा गया है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. ये लोग SDOP और अन्य सीनियर पुलिसकर्मियों को मौक़े पर रोकने की कोशिश कर रहे थे.

भीड़ ने आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. हालांकि, पुलिस ने कहा कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद कार्रवाई की गई और लड़की के कथित रेप और मर्डर के सिलसिले में एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बताया,

4 अक्टूबर को नौ बजे प्राथमिकी दर्ज हुई, इसके बाद पुलिस हरकत में आई. प्रारंभिक जांच के बाद 5 अक्टूबर की सुबह एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया. जांच जारी है और हम मृतक के परिवार के साथ हैं.

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इसे घटना को लेकर BJP नेता और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की है. न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक़, उन्होंने कहा,

इस घटना से पता चलता है कि ममता बनर्जी का प्रशासन पर कोई कंट्रोल नहीं है. ममता बनर्जी ने पुलिस से कहा- ‘FIR दर्ज मत करिए. पहले छानबीन करिए, फिर FIR दर्ज कीजिए. क्योंकि डेटा है कि पश्चिम बंगाल में बलात्कार बढ़ रहे हैं.’ इसलिए परिवार और गांव वालों की शिकायत के बावजूद पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. मुझे लगता है कि अगर पश्चिम बंगाल में ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं, तो ममता बनर्जी को अपने पद पर बने रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है.

वहीं, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस चौकी में आगजनी और सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नष्ट करने में शामिल लोगों की पहचान की जाएगी. उनके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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