11 मई को मुंबई के ठाणे से 10 बसें खुलीं, जिनमें बैठे 350 प्रवासी मजदूरों को कर्नाटक के गुलबर्गा तक पहुंचाया गया. इससे पहले उन्होंने घर जाने में मुश्किलों का सामना कर रहे डॉक्टर, नर्सों और पैरा-मेडिकल स्टाफ के लिए अपना होटल खोल दिया था. अपने पिता शक्ति सागर सूद के नाम से वो 'शक्ति अन्नदानम' नाम की एक मुहिम चला रहे हैं. इसके तहत 45,000 लोगों को खाना दिया जा रहा है. अब प्रवासियों को घर छोड़ने की मुहिम में सोनू सूद ने एक नया तरीका अपनाया है.
पहले ये ट्वीट देखिए-

सोनू सूद का रिप्लाई करने का अंदाज़ भी गज़ब है.
सोनू सूद का ट्विटर हैंडल देखने लायक है. लगभग हर घंटे वे किसी का नाम-पता मंगाकर, उसे घर भेजने का प्रबंध कर रहे होते हैं.
अब नया क्या किया है
सोनू सूद ने एक नया काम शुरू किया है. उन्होंने एक टोल फ्री नंबर जारी किया है. नंबर है- 18001213711. मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूर इस नंबर पर फोन करके सोनू सूद की मदद ले सकते हैं.
उन्होंने ट्वीट करके लिखा है-
मेरे प्यारे श्रमिक भाइयों और बहनों. अगर आप मुंबई में हैं और अपने घर जाना चाहते हैं, तो कृपया इस नंबर पर कॉल करें- 18001213711. साथ ही बताएं कि आप कितने लोग हैं, अभी कहां पर हैं और कहां जाना चाहते हैं. मैं और मेरी टीम जो भी मदद कर पाएंगे, हम जरूर करेंगे.ट्वीट देखिए-
नमस्कार! मैं आपका दोस्त सोनू सूद बोल रहा हूं. अगर आप अपने घर जाना चाहते हैं, तो इस नंबर पर अपना नाम और पता वॉट्सऐप करें. नंबर है- 9321472118. हमारी टीम जल्द ही आपसे संपर्क करेगी. हम आपकी मदद करने की कोशिश करेगें.सोशल मीडिया पर सोनू सूद की वाहवाही हो रही है. अब ट्विटर की पहुंच से दूर मजदूरों के लिए उन्होंने एक स्टेप और उठाया है. सोनू ने अब तक हज़ारों लोगों को घर तक पहुंचाने में मदद की है.
वीडियो देखिए: सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों के लिए वह काम किया, जो सरकार को करना चाहिए था