The Lallantop

लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सचिन बिश्नोई अजरबैजान में अरेस्ट, मूसेवाला केस में ये रोल था!

फर्जी पासपोर्ट पर रह रहा था, मकान नंबर भी सामने आया!

Advertisement
post-main-image
(बाएं-दाएं) सचिन बिश्नोई और सिद्धू मूसेवाला. (तस्वीरें- इंडिया टुडे)

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले (Sidhu Moosewala Murder Case) में अब विदेश में कार्रवाई हुई है. खबर है कि अजरबैजान में सचिन बिश्नोई को हिरासत में लिया गया है. उसे सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के आरोपी और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया जा रहा है.

Advertisement
Sachin Bishnoi हिरासत में 

आजतक/इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक सचिन बिश्नोई देश के बाहर रहकर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग को ऑपरेट करता है. उसके पास से नकली पासपोर्ट बरामद हुआ है. पुलिस ने बताया कि मूसेवाला की हत्या से एक महीना पहले ही सचिन विदेश भाग गया था. उसने पासपोर्ट में अपना और पिता के नाम के अलावा पता भी फर्जी दिया हुआ है. जांच एजेंसियों का कहना है कि वो सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश में भी शामिल है.

जानकारी मिली है कि सचिन के पास से उसका नकली पासपोर्ट बरामद किया गया है. वो अपना पूरा नाम सचिन थापन बताता है, जबकि फर्जी पासपोर्ट पर उसका नाम तिलक राज टूटेजा है. रिपोर्ट के मुताबिक सचिन बिश्नोई के पिता का असली नाम शिव दत्त है, लेकिन फर्जी पासपोर्ट पर उसने अपने पिता का नाम भीम सेन लिखा रखा है. इस पासपोर्ट पर उसका पता भी फर्जी ही है. ये नकली पता है- मकान नंबर 33, ब्लॉक F-3, संगम विहार, दिल्ली. हालांकि उसका असली पता है- VPO दतारियां वाली, जिला फजिल्का.

Advertisement
Sachin Bishnoi के Fake Passport की तस्वीर. (साभार- इंडिया टुडे/आजतक)

सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में सचिन बिश्नोई की गिरफ्तारी अहम मानी जा रही है. आजतक के मुताबिक पुलिस दावा कर चुकी है कि मूसेवाला की रेकी करने वाला संदीप उर्फ केकड़ा, सचिन बिश्नोई के संपर्क में था. उसी के कहने पर केकड़ा हत्या वाले दिन फैन बनकर मूसेवाला के घर पहुंचा था. वहां वो काफी देर तक रहा. चाय पी. मूसेवाला के साथ सेल्फी ली. बाद में उनके घर से निकलने की जानकारी शूटरों को दे दी. इसके बाद प्लान बनाकर बैठे शूटरों ने रास्ते में पंजाबी सिंगर को घेरा और ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं.

इस साल 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी. इससे एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने उनसे वीआईपी सिक्योरिटी वापस ले ली थी. राज्य को हिला देने वाले इस हत्याकांड के पीछे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई का हाथ बताया जाता है. खुद गोल्डी ने दावा किया था कि उसी ने अपने करीबी विक्की मिद्दूखेड़ा की मौत का बदला लेने के लिए सिद्धू मूसेवाला को मरवाया है. गोल्डी तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है. लॉरेंस बिश्नोई भी दावा कर चुका है कि इस हत्याकांड के पीछे उसके गैंग का हाथ है.

सिद्धू मूसेवाला को सबसे करीब से शूट करने वाले अंकित सिरसा से जुड़ी ये चीजें हैरान कर देंगी

Advertisement

Advertisement