
'तांडव' सीरीज़ में ज़ीशान अयूब का वो सीन जिसे लेकर खूब बखेड़ा खड़ा हुआ है.
अमेज़न पर स्ट्रीम हो रही 'तांडव' वेब सीरीज पर देवी-देवताओं को लेकर कथित रूप से आपतिजनक कंटेंट बनाने का आरोप लगा था. जिसके तहत लखनऊ के हजरतगंज थाने में सीरीज़ के डायरेक्टर अली अब्बास ज़फर, प्रड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा, राइटर गौरव सौलंकी और अमेज़न की ओरिजनल कंटेंट हेड अपर्णा पुरोहित के खिलाफ़ केस दर्ज किया गया था. अपर्णा ने इस मामले में लखनऊ जाकर अपना बयान भी दर्ज कराया था.
जिसके बाद पुरोहित ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका डाली थी. जिसे कोर्ट ने 25 फ़रवरी को खारिज कर दिया था. इसके बाद अपर्णा ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, जहां उन्हें राहत मिली. #कोर्ट की टिपण्णी

'तांडव' में सैफ़ अली खान द्वारा निभाए प्रधानमंत्री के किरदार पर भी लोगों ने आपत्ति जताई थी.
04 और 05 मार्च को हुई इस मामले की सुनवाई में कोर्ट ने कुछ गंभीर टिप्पणीयां भी की. अदालत ने कहा कि सोशल मीडिया पर नियंत्रण करने के लिए कोई मैकेनिज्म नहीं है. बिना किसी कानून के आप इस पर कंट्रोल नहीं कर सकते. अदालत ने कहा ऐसे प्लेटफॉर्म्स की स्क्रीनिंग की ज़रूरत है. क्यूंकि अधिकतर प्लेटफॉर्म्स कभी-कभी पोर्नोग्राफिक कंटेंट भी दिखाते हैं. कोर्ट ने ये भी कहा कि सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए लाए गए केंद्र के नए नियमों में पर्याप्त दम नहीं है. #अमेज़न की माफ़ी

अमेज़न प्राइम वीडियो की तरफ से जारी स्टेटमेंट.
मामले की गंभीरता को जान अमेज़न ने कई बार औपचारिक रूप से माफ़ी भी मांगी. इस हफ्ते की शुरुआत में भी अमेज़न ने ये घोषणा की थी कि उन्होंने 'तांडव' के उन विवादित सीन्स को सीरीज से हटा दिया है. अगर उन सीन्स से किसी की भावनाएं आहात हुईं हों उसके लिए वो माफ़ी मांगते हैं.