भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एक ब्रांच मैनेजर पर 175 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है. तेलंगाना साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो (TGCSB) ने 28 अगस्त को SBI के ब्रांच मैनेजर मधु बाबू गली को गिरफ्तार किया है. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस का कहना है कि ब्रांच मैनेजर ने फ्रॉड करने वालों के साथ मिलीभगत कर उनके करंट बैंक अकाउंट खोलने में मदद की. फिर पैसों के हेरफेर की योजना बनाई और पैसे निकालने में मदद की. आरोप है कि इस सब के बदले में बैंक मैनेजर ने मोटा कमीशन लिया.
SBI ब्रांच मैनेजर 175 करोड़ की धांधली में गिरफ्तार, पुलिस ने अकाउंट को लेकर लोगों को दी सलाह
आरोप है कि SBI के ब्रांच मैनेजर ने पैसों के हेरफेर की योजना बनाई और उन्हें निकालने में आरोपियों की मदद की. इस सब के बदले में बैंक मैनेजर ने मोटा कमीशन लिया.

आरोपी मधु बाबू तेलंगाना में SBI की शमशीरगंज ब्रांच में मैनेजर हैं. उनके साथ एक अन्य शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान उपाध्याय संदीप शर्मा के नाम से हुई है. संदीप एक जिम ट्रेनर है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस कथित धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब तेलंगाना साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो की डेटा विश्लेषण टीम ने ब्रांच में छह खातों के बारे में राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर शिकायतें देखीं. इन खातों के बारे में करीब 600 शिकायतें की गई थीं. जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इन खातों से जुड़ी अधिक शिकायतें बड़े पैमाने पर साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी थीं. और बहुत थोड़े समय (मार्च-अप्रैल 2024) में इन खातों से भारी मात्रा में पैसों का लेनदेन किया गया था.
24 अगस्त को पुलिस ने दो अन्य संदिग्ध मोहम्मद शोएब तौकीर और महमूद बिन अहमद बावजीर को गिरफ्तार किया. उन पर इस अपराध से जुड़े होने के आरोप लगे. बिज़नेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन के पीछे का मास्टरमाइंड दुबई में रहता है, जो अभी भी फरार है.
यह ऑपरेशन DSP हरिकृष्णा और केवीएम प्रसाद के नेतृत्व वाली टीम ने चलाया. तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो ने लोगों से सतर्क रहने और दूसरों की ओर से बैंक खाते खोलने से बचने की अपील की है. लोगों से कहा गया है कि अगर कोई बैंक खाता खोलने का अनुरोध करता है तो उसकी पहचान की जांच करना आवश्यक है. साथ ही, खाते की गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रखी जानी चाहिए.
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